Red Fort Delhi Blast: राजधानी दिल्ली के लिए सोमवार की शाम काफी दर्दनाक रही. 10 अक्टूबर को शाम करीब 6 बजे लाल किले पर अचानक तेज ब्लास्ट हुआ, जिसमें अब तक करीब नौ लोगों की मौत हो चुकी है. लाल किले के ठीक बाहर ये धमाका हुआ, जिसके बाद चारों तरफ अफरा तफरी मच गई. ये एक ऐसा इलाका है, जहां हर वक्त काफी टाइट सिक्योरिटी रहती है. हालांकि धमाका एक चलती हुई कार में हुआ, जिसका अंदाजा किसी को नहीं था. ऐसे में आइए जानते हैं कि लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था कैसी है और कौन से जवान यहां तैनात रहते हैं.
कौन करता है सुरक्षा?
लाल किला देश के उन स्मारकों में आता है, जहां सुरक्षा सबसे ज्यादा रहती है. लाल किले पर आतंकी हमले की कई धमकियां भी मिलती रही हैं, ऐसे में यहां सुरक्षा काफी टाइट रहती है. लाल किले की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की होती है. दिल्ली पुलिस के कई जवान यहां तैनात रहते हैं और सिक्योरिटी का जिम्मा संभालते हैं. इनके अलावा सीआईएसएफ के कुछ जवान भी यहां तैनात रहते हैं. 26 जनवरी या 15 अगस्त के आसपास यहां एनएसजी कमांडो भी तैनात रहते हैं.
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अंदर घुसने से पहले होती है चेकिंग
लाल किले के अंदर जाने से पहले अच्छी तरह से चेकिंग होती है. मेटल डिटेक्टर के अलावा सुरक्षाकर्मी अच्छी तरह से लोगों की चेकिंग करते हैं. किसी भी संदिग्ध को देखते ही तुरंत एक्शन लिया जाता है. लाल किले के हर गेट पर ऐसी ही टाइट सिक्योरिटी रहती है. बता दें कि लाल किले के आसपास जामा मस्जिद और दिल्ली के कई बड़े बाजार हैं, यही वजह है कि यहां काफी भीड़भाड़ रहती है.
मेट्रो परिसर की सुरक्षा कौन करता है?
दिल्ली में मेट्रो की सुरक्षा में सीआईएसएफ की तैनाती है, यानी मेट्रो स्टेशन से गेट से लेकर अंदर तक की पूरी सिक्योरिटी यही फोर्स देखती है. हालांकि लाल किले पर मेट्रो स्टेशन के ठीक बाहर मौजूद रेड लाइट पर ब्लास्ट हुआ. इस ब्लास्ट से मेट्रो स्टेशन पर लगे शीशे तक चकनाचूर हो गए. फिलहाल इस इलाके में दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ के अलावा देश की तमाम एजेंसियां एक्टिव हैं.














