एनकाउंटर स्पेशलिस्ट PK सिंह: मिलिए झारखंड ATS के जाबांज अधिकारी से, जिन्होंने अमन साहू को किया अंत

Aman Sahu Encounter: झारखंड के क्राइम किंग अमन साहू के अंत के बाद कोयलांचल के कारोबारियों ने राहत की सांस ली है. इस एनकाउंटर के बाद झारखंड ATS के एक अधिकारी पीके सिंह की बड़ी चर्चा हो रही है. कई लोग पीके सिंह को इनकाउंटर स्पेशलिस्ट बता रहे हैं. आईए जानते हैं पीके सिंह के बारे में.

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झारखंड ATS के डीएसपी पीके सिंह और अमन साहू की फाइल फोटो.

Encounter Specialist PK Singh: रंगदारी, लूट, हत्या सहित 126 से अधिक मामलों का आरोपी अमन साहू रायपुर से झारखंड लाते समय हुई मुठभेड़ में ढेर हो गया. अमन के आतंक के अंत के बाद कोयलांचल के कारोबारियों ने राहत की सांस ली है. इस मठभेड़ के बाद झारखंड एटीएस के अधिकारी प्रमोद सिह उर्फ पीके सिंह की बड़ी चर्चा हो रही है. लोग पीके सिंह को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट बता रहे हैं. अमन साहू का एटीएस की जिस टीम ने अंत किया, प्रमोद सिंह उसे लीड कर रहे थे. प्रमोद सिंह पहले भी कई बार अपनी भूमिका को बखूबी अंजाम दे चुके हैं. जानिए कौन हैं प्रमोद सिंह, जिन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में चर्चा हो रही है.
  
पीके सिंह उर्फ प्रमोद कुमार सिंह झारखंड एटीएस में अभी डीएसपी के पद पर हैं. उनको गैंगस्टर अमन साहू (Aman Sahu Encounter) को रायपुर जेल से रांची लाने की जिम्मेदारी दी गई थी. वह अपने तीन वाहनों के काफिला के साथ रायपुर जेल से अमन साहू को लेकर पलामू के लिए रवाना हुए थे. 

रांची से पहले अमन साहू के सदस्यों ने एटीएस की टीम पर हमला कर अमन साव को छुड़ाने की कोशिश की. इस हमले में एटीएस की जवाबी कार्रवाई में अमन साहू मारा गया. 

1994 बैच के सब इंस्पेक्टर हैं पीके सिंह

पीके सिंह उर्फ प्रमोद कुमार सिंह 1994 बैच के सब इंस्पेक्टर रहे हैं. सब इंस्पेक्टर से शुरुआत करने वाले पीके सिंह प्रमोट होकर अभी डीएसपी के ओहदे पर पहुंचे हैं. इस बीच उन्होंने कई ऐसे कामों का अंजाम दिया, जिसकी खूब चर्चा रही. 

2004 में मंगरदाहा घाटी में लुटेरों का किया एनकाउंटर

पलामू के चैनपुर थाना में थाना प्रभारी रहने के दौरान पीके सिंह ने साल 2004 में लूटपाट के लिए मशहूर मंगरदाहा घाटी में सड़क लुटेरों का एनकाउंटर किया था. उस दौरान वो सिविल ड्रेस में ट्रक में बैठे थे. जहां से उन्होंने सड़क लुटेरों को मार गिराया था. इस घटना के बाद मंगरदाहा घाटी में लूटपाट की घटना बंद हो गई. 

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लातेहार में नक्सली को एनकाउंटर में मारा था

इसके बाद लातेहार जिला अंतर्गत बरवाडीह के मंडल के इलाके में एक नक्सली को एनकाउंटर में मारा था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नक्सली का एनकाउंटर करने के बाद अपने बुलेट से ही शव को लेकर थाना पहुंचे थे. 

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2022 में डकैतों से भिड़े थे, मिल चुका राष्ट्रपति पुरस्कार

2022 में धनबाद बैंक मोड़ थाना में प्रभारी रहते हुए मुथूट फाइनेंस में डकैती की कोशिश हुई थी. तब पीके सिंह ने अकेले ही अपराधियों का एनकाउंटर किया था. इस घटना में सभी अपराधी मारे गए थे. जिसके लिए पीके सिंह को राष्ट्रपति पुरस्कार के साथ-साथ मुख्यमंत्री पदक भी मिला था.

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