झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) ने गुरुवार को 365 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों (CHO) को नियुक्ति पत्र सौंपा. इस दौरान सीएम के हाथ से नियुक्ति पत्र लेने वालों में राज्य के पश्चिमी सिंहभूम जिले की रहने वाली अमीर महतो भी शामिल थीं. अमीर महतो राज्य की पहली ट्रांसजेंडर (Trans gender) हैं जो सामुदायिक चिकित्सा पदाधिकारी बनीं हैं. उन्होंने संबलपुर से नर्सिग की ट्रेनिंग की थी. इन 365 लोगों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड के तहत काम दिया गया है.
मीडिया से बात करते हुए अमीर महतो ने बताया कि उनकी मां की इच्छा थी कि वो नर्स बने लेकिन घर के हालात वैसे नहीं थे, जिस कारण नहीं बन पायी. लेकिन आज मां का सपना पूरा हो गया. उन्होंने कहा कि उन्हें ईश्वर से कोई शिकायत नहीं है. मैं काफी खुश हूं. उन्होंने कहा कि मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि झारखंड सीएचओ में मेरी नियुक्ति हो जाएगी. उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया.
भविष्य की योजनाओं को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वो पढ़ाई जारी रखेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे पढ़ाई करने में कोई बहुत परेशानी नहीं हुई. जैस सभी लोगों ने ट्रेनिंग किया वैसे ही मैंने भी किया. मेरे साथ ट्रेनिंग करने वालों में अधिकतर लड़कियां ही थी. सिर्फ 3 लड़के ही थे. कॉलेज की तरफ से भी मुझे काफी सहयोग मिला सबने मेरा साथ दिया.
मेरे चार वर्षों का कार्य सामने है: हेमंत सोरेन
इस अवसर पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि कई लोग कहते है की हमने चार वर्षो में क्या किया तो मैं भी यही कहता हूं की मैंने चार साल में ये दिया जो हमारे सामने बैठे है. हम लोगों ने पूर्व में पशु चिकित्सकों, चिकित्सा पदाधिकारियों, लैब असिस्टेंट, पहली बार फॉरेंसिक लैब साइंटिस्ट, आयुष चिकित्सकों, दंत चिकित्सकों, ए ग्रेड नर्स की नियुक्तियां की.
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