पेपर कैंसिल करने के लिए छात्रों ने फैला दी घटिया अफवाह, जीते जी प्रिंसिपल को ही मार डाला, मच गया हड़कंप

Indore News: होलकर विज्ञान महाविद्यालय के दो छात्रों ने अपनी सीसीई ऑनलाइन परीक्षा को रद्द कराने के उद्देश्य से कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अनामिका जैन के आकस्मिक निधन की झूठी खबर फैला दी. पढ़िए इंदौर से सनसनीखेज मामला

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महिला प्रिंसिपल की फोटो AI से जेनरेट की है.
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  • होलकर विज्ञान महाविद्यालय के दो बीसीए छात्रों ने परीक्षा टालने के लिए प्राचार्या की मौत की झूठी खबर फैलाई
  • छात्रों ने कॉलेज के आधिकारिक लेटर हेड का फर्जी इस्तेमाल कर प्राचार्या के आकस्मिक निधन की सूचना दी
  • यह झूठी खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई, जिससे कॉलेज स्टाफ और विद्यार्थी स्तब्ध रह गए
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इंदौर:

शहर के 134 साल पुराने और प्रतिष्ठित शासकीय होलकर विज्ञान महाविद्यालय में परीक्षा से बचने के लिए छात्रों ने ऐसी शर्मनाक हरकत को अंजाम दिया, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है. दो छात्रों ने अपनी सीसीई ऑनलाइन परीक्षा को रद्द कराने के उद्देश्य से कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अनामिका जैन के आकस्मिक निधन की झूठी खबर फैला दी. इस सनसनीखेज मामले में दोनों छात्रों के खिलाफ भंवरकुआं थाने में केस दर्ज कर लिया गया है.

फर्जी लेटर हेड और झूठी मौत का ऐलान

जानकारी के मुताबिक, बीसीए विभाग के दो छात्रों, मयंक कछावा और हिमांशु जायसवाल, ने इस पूरी साजिश को अंजाम दिया. छात्रों ने अपनी परीक्षा टालने के लिए एक फर्जी लेटर हेड का इस्तेमाल किया.

शिकायत में बताया गया है कि छात्रों ने कॉलेज के आधिकारिक लेटर हेड पर फर्जीवाड़ा करते हुए प्राचार्या के "आकस्मिक देहांत" का कारण लिखा. इस फर्जी सूचना में यह भी बताया गया कि 15 और 16 तारीख की सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. इस फर्जी पत्र को होलकर कॉलेज के विद्यार्थियों के ग्रुपों और अन्य छात्रों के बीच तेजी से वायरल कर दिया गया. 

प्राचार्या के घर पहुंचा पूरा कॉलेज स्टाफ

यह झूठी अफवाह जैसे ही सोशल मीडिया पर फैली, कॉलेज प्रबंधन, शिक्षक और कर्मचारी सकते में आ गए. आनन-फानन में स्टाफ के कई सदस्य प्राचार्या डॉ. अनामिका जैन के घर पहुंच गए. दूसरी तरफ, सूचना से स्तब्ध विद्यार्थी भी शोक में डूब गए थे. जब जांच हुई तो पता चला कि प्राचार्या बिल्कुल ठीक हैं और यह सब परीक्षा निरस्त करवाने के लिए किया गया एक घिनौना षड्यंत्र था.

कॉलेज प्रशासन ने तुरंत भंवरकुआं थाने में इस संबंध में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने बुधवार देर रात छात्र मयंक कछावा और हिमांशु जायसवाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.

परीक्षा रद्द करवाने के लिए प्रिंसिपल की मौत की झूठी अफवाह फैलाने का यह मामला शहर के शैक्षणिक जगत में चर्चा का विषय बन गया. अब पुलिस के साथ-साथ कॉलेज प्रबंधन भी इन छात्रों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की तैयारी में है.

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