- जुबीन गर्ग मौत मामले में पांच आरोपियों को लेकर जा रहे पुलिस काफिले पर भीड़ ने पथराव किया और हमला किया
- गुवाहाटी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने आरोपियों को चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था
- जेल परिसर के पास भीड़ ने नारेबाजी करते हुए वाहनों पर पत्थर फेंके और शीशे तोड़ दिए जिससे कई लोग घायल हुए
जुबीन गर्ग मौत मामले में पांच आरोपियों को ले जा रहे वाहनों पर गुस्साई भीड़ ने हमला कर दिया, जिस वजह से बुधवार को बाक्सा जिला जेल में तनाव की स्थिति बन गई. यह स्थिति जल्द ही अफरा-तफरी में बदल गई, जिस वजह से पुलिसकर्मी, स्थानीय पत्रकार और कई निवासी घायल हो गए.
रिपोर्टों के मुताबिक पूर्वोत्तर महोत्सव के आयोजक श्यामकानु महंत, ज़ुबीन के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा, एपीएस अधिकारी संदीपन गर्ग और महंत के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों को जेल ले जा रहे पुलिस काफिले पर पथराव किया गया. गुवाहाटी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट द्वारा आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद उन्हें बक्सा ले जाया जा रहा था.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही काफिला जेल परिसर के पास पहुंचा, गेट पर एक बड़ी भीड़ जमा हो गई और जुबीन गर्ग के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाने लगी. विरोध प्रदर्शन तब हिंसक हो गया जब कुछ लोगों ने वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे उनके शीशे टूट गए और कई लोग घायल हो गए.
अफरा-तफरी के बीच, अज्ञात बदमाशों ने एक पुलिस वैन में आग लगा दी, जिससे इलाके में दहशत फैल गई. अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की कि जेल परिसर के अंदर पत्थर फेंके गए, जिससे संपत्ति को नुकसान पहुंचा और सुरक्षाकर्मियों को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में चेतावनी स्वरूप गोलियां चलानी पड़ीं.
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आस-पास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा. जलती हुई गाड़ी को बुझाने के लिए दमकल कर्मी तुरंत पहुंच गए.