आठ महीनों पहले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑल राउंडर युवराज़ सिंह ने एक इंस्टाग्राम लाइव वीडियो के दौरान युजवेंद्र चहल को लेकर 'गैरइरादतन टिप्पणी' की थी, जिसे लेकर उस वक्त काफी विवाद हुआ था. लेकिन अब यह मामला फिर उठा है. रविवार को हरियाणा के हिसार में एक दलित एक्टिविस्ट ने युवराज सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराया है. केस में युवराज के खिलाफ युजवेंद्र चहल के खिलाफ 'जातिवादी टिप्पणी' करने का आरोप लगाया गया है.
जून, 2020 में हुई इस घटना पर विवाद उठने के बाद युवराज सिंह ने कहा था कि उन्हें 'गलत समझा गया है.' इस लाइव इंस्टा वीडियो में वो अपने पूर्व टीममेट रोहित शर्मा के साथ बातचीत कर रहे थे, तभी उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के पर एक टिप्पणी की थी. दोनों क्रिकेटर यहां चहल के टिक-टॉक वीडियो पर टिप्पणियां करते नजर आए थे. इसी दौरान की युवराज की एक टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी और इस पर विरोध हुआ था.
रविवार को हिसार में एक दलित एक्टिविस्ट ने पुलिस केस दर्ज कराई है और युवराज को गिरफ्तार किए जाने और उनके खिलाफ अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम के तहत केस दर्ज करने की मांग की है. मामले में IPC की 153, 153A, 295, 505 की धाराओं और SC/ST Act की 3 (1) (r) and 3 (1) (s) धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है.
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बता दें कि पिछले साल जून में भी हिसार के एक वकील ने युवराज के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
युवराज ने उस वक्त ट्विटर पर एक पोस्ट डालकर 'गैरइरादतन किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने' के लिए दुख जताया था और कहा था कि 'यह स्पष्ट करने के लिए है कि मैंने भी किसी भी तरह के भेदभाव में विश्वास नहीं किया है, चाहे वो जाति हो, रंग हो, नस्ल हो या लिंग हो. मैंने अपनी पूरी जिंदगी लोगों की भलाई में लगाई है और लगा रहा हूं. मैं हर किसी के सम्मानजनक जिंदगी के अधिकार में विश्वास करता हूं. मैं समझता हूं कि जब मैं अपने दोस्तों से बातचीत कर रहा था तो मुझे गलत तरीके से लिया गया, जो गैरजरूरी था. हालांकि, एक जिम्मेदार भारतीय के तौर पर मैं कहना चाहता हूं कि अगर मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, तो मैं इसके लिए दुख जता रहा हूं. भारत और इसके लोगों के लिए मेरा प्यार अंतहीन है.'