दिल्ली में यमुना खतरे के निशान को पार कर चुकी है. जलस्तर के खतरे के निशान के पार चले जाने के चलते प्रशासन निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से हटाने के लिए योजना तैयार कर रहा है. एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को यमुना का जल स्तर 205.38 मीटर तक पहुंच गया है जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर पर है. यमुना में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने गुरुवार रात ही इसके आसपास बसे लोगों के लिए चेतावनी जारी कर दी थी. यमुना के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी की वजह पहाड़ी राज्यों में हो रही जबरदस्त बारिश है.
बीते कुछ दिनों में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और बादल फटने जैसी घटनाएं हुई हैं. बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, पुराने रेलवे पुल पर शुक्रवार सुबह आठ बजे जलस्तर 203.86 मीटर था जो सुबह तीन बजे तक बढ़कर 205.29 मीटर हो गया. बता दें कि दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी तब घोषित की जाती है जब यमुना नगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा एक लाख क्यूसेक को पार कर जाती है.
एक अधिकारी ने कहा कि इसी के साथ डूब क्षेत्र और बाढ़ संभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाता है. बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा गुरुवार को जारी चेतावनी में सभी सेक्टर अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखने और नदी तटबंधों के निकट रहने वाले लोगों को चेतावनी देने के लिए आवश्यक संख्या में त्वरित कार्रवाई बलों की तैनाती जैसे संवेदनशील बिंदुओं पर आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई.