ओडिशा के बालासोर रेल हादसे में पलटने और पटरी से उतरने वाले सभी 21 डिब्बों को ग्राउंड कर दिया गया है. रेलवे मरम्मत कार्य को पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर हर पहल कर रहा है. अब साइट को बोगी/व्हील सेट और अन्य पुर्जों से साफ किया जा रहा है. 3 माल वैगन और लोकोमोटिव ग्राउंडिंग का काम चल रहा है. ट्रैक लिंकिंग और ओएचई का काम साथ-साथ चल रहा है. बालासोर के पास पटरी से उतरी साइट पर मरम्मत का काम प्रगति पर है.
दक्षिण पूर्व रेलवे के CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने बताया कि हम जल्द से जल्द कार्य खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. यहां 4-5 डिविजन और 2-3 ज़ोन की टीम काम कर रही है. रेलवे के कई अधिकारी मौजूद हैं. अभी तक मृतकों की संख्या 288 है. जितनी भी बोगी पलटीं थीं उनको हटा दिया है. मालगाड़ी की 3 में से 2 बोगियों को हटा दिया गया है और तीसरे को हटाया जा रहा है. थोड़ी देर में ट्रैक को भी साफ कर दिया जाएगा. अभी OHE का काम किया जा रहा है और दूसरी तरफ से ट्रैक लिंकिंग का कार्य चल रहा है.
एमआर, सीआरबी, आरबी अधिकारी, महाप्रबंधक, प्रधान अधिकारियों और अन्य मंडल अधिकारियों के साथ साइट पर मौजूद हैं जो कि मरम्मत के काम की लगातार निगरानी कर रहे हैं. साइट पर एक हजार से ज्यादा मजदूर काम कर रहे हैं. काम में तेजी लाने के लिए सात पोकलिन मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. घटनास्थल पर दो दुर्घटना राहत ट्रेनें भी मौजूद हैं. एक 140 टन रेलवे क्रेन और तीन रोड क्रेन शीघ्र बहाली के लिए साइट पर काम कर रहे हैं. एक और रोड क्रेन भी साइट पर जा रही है.
रेलवे के डॉक्टर घायलों का इलाज कर रहे हैं और अस्पताल के डॉक्टरों का भी सहयोग कर रहे हैं. एसईआर ने फंसे यात्रियों को ले जाने के लिए बालासोर-हावड़ा और भद्रक-चेन्नई के बीच विशेष ट्रेनें चलाई हैं. इसके अलावा, प्रभावित यात्रियों के परिजनों को ले जाने के लिए हावड़ा से बालासोर के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई गई.
ये भी पढ़ें : महाराष्ट्र : कांग्रेस ने 41 लोकसभा सीटों की समीक्षा की, मुंबई पर अलग से होगी चर्चा
ये भी पढ़ें : ओडिशा रेल हादसा : दुर्घटना के बारे में NDRF के जवान ने सबसे पहले दी थी जानकारी, भेजी थी लाइव लोकेशन