बिहार की चुनावी हवा में ऐसा क्या कि तेजस्वी को अचानक करने पड़े गए 2 बड़े वादे?

Tejashwi Yadav News: तेजस्वी यादव ने आज पटना में जीविका दीदियों को लेकर बड़ा ऐलान किया है. इस बार के चुनाव में महागठबंधन नीतीश कुमार के सबसे मजबूत वोटबैंक पर निशाना साध रही है.

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तेजस्वी यादव का बड़ा ऐला
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  • तेजस्वी यादव ने बिहार चुनाव से पहले पटना में एक बड़ा ऐलान किया है
  • पूर्व डेप्युटी सीएम ने जीविका दीदियों को स्थायी नौकरी और 30 हजार रुपये वेतन का किया है ऐलान
  • गौरतलब है कि राज्य में महिला वोटर नीतीश कुमार के साथ काफी वक्त से मजबूती के साथ खड़ी हैं
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पटना:

पटना से कटियार तक चुनावी हवा का रुख क्या है, इसका अंदाजा हल्का-हल्का होने लगा है.  हालांकि मौसम पूरी तरह खुलने में वक्त लगेगा. चुनाव बिहार का है, तो जाहिर है मौसम आखिर लम्हे तक बनेगा-बिगड़ेगा. चर्चा इस बात की है कि क्या नीतीश सरकार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना गेमचेंजर साबित हो सकती है? बुधवार को तेजस्वी यादव ने जिस तरह से औचक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस स्कीम पर सीधा वार किया, उससे यह तय है कि इस स्कीम को लेकर एक बेचैनी विपक्षी खेमे में जरूर है. कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र के बाद महिला वोटर एक बार फिर काफी अहम होने वाली हैं. उधर, तेजस्वी ने 10 हजार की महिला रोजगार योजना को रिश्वत करार दिया और साथ यह कहते हुए नया मोड़ दिया कि ये पैसे लौटाने पड़ेंगे. मतलब सरकार उधार दे रही है. सरकार बनी तो फिर वसूले जाएंगे. तेजस्वी ने इसके साथ ही बिहार में जीतनी भी जीविका सीएम दीदियां हैं, उन सभी को स्थायी करने और 30 हजार रुपये सैलरी का वादा किया.

नीतीश की योजना का असर!

दरअसल, सीएम नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 21 लाख महिलाओं के खाते में 10 हजार रुपये की तीसरी किस्त 6 अक्तूबर को भेज चुके हैं. इस योजना के तहत अबतक 1.21 करोड़ महिलाओं के खाते में 10 हजार रुपये दिए जा चुके हैं. तेजस्वी ने सीएम नीतीश की इसी योजना पर तंज कसा है. उन्होंने इस योजना को घूसखोरी कहा है. दरअसल, मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत 29 अगस्त को की गई थी. राजनीतिक जानकार इसे गेमचेंजर योजना बता रहे हैं. तेजस्वी ने इस योजना की काट के लिए जीविका दीदियों को नियमित करने और उनको हर महीने 30 हजार रुपये वेतन देने का ऐलान किया है. राज्य में करीब डेढ़ से दो लाख के करीब जीविका दीदियां हैं. 

विपक्षी खेमे में हलचल 

राज्य सरकार की स्कीम से विपक्षी खेमे में हलचल तो जरूर है. तेजस्वी के बयान को इसी से जोड़ा जा रहा है. महिलाओं को सीएम नीतीश कुमार का मजबूत वोटर माना जाता रहा है. पिछले चार चुनाव से ये महिला मतदाता जेडीयू के साथ मजबूती के साथ जुड़ी हुई हैं. तेजस्वी यादव ने इस वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए पहले तो टिकट बंटवारे में 24 महिला कैंडिडेट को टिकट दिए. इसके बाद लगातार महिला केंद्रित योजनाओं का ऐलान कर रहे हैं. दूसरी तरफ, जेडीयू ने इस बार केवल 13 महिला कैंडिडेट को टिकट दिया है जबकि बीजेपी ने भी 13 महिला उम्मीदवार को उतारा है. 

महिलाओं के लिए नीतीश की कई योजनाएं 

बिहार में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की पहली किस्त 26 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी 75 लाख महिलाओं के खाते में 10 हजार रुपये भेजे गए थे. इसके बाद 3 अक्तूबर को 25 लाख महिलाओं के अकाउंट में 10 हजार रुपये भेजे गए थे. नीतीश सरकार इसके अलावा पंचायत चुनाव 50 फीसदी आरक्षण पहले से ही दे रखा है. नौकरियों में भी महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण दिया गया है. साफ है तेजस्वी ने जीविका दीदियों पर ऐलान करके सीएम नीतीश कुमार के सबसे भरोसेमंद वोट बैंक पर चोट पहुंचाने की कोशिश की है.
 

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