केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की महिलाएं और लड़कियां इस पार्टी के शासनकाल में खुद पर होने वाले अत्याचार को भूली नहीं हैं. स्मृति ने लखनऊ की बाबा भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में आयोजित ‘धरोहर: कुशल हाथों की सफल उड़ान' कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा ''कुछ राजनीतिक दल चुनाव की रणबेला में अपने आप को एक नए स्वरुप में प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन फर्क यह है कि वो राजनीति के लिए प्रयास कर रहे हैं और हम राष्ट्रनीति से ओत-प्रोत होकर समाज कल्याण में अपने आप को समर्पित कर रहे हैं.''
उन्होंने सपा संस्थापक मुलायम सिंह द्वारा वर्ष 2014 में ''लड़कों से गलती हो जाती है'', वाले बयान की तरफ इशारा करते हुए कहा, ''जो लोग आज चुनाव के समय रणभूमि में उतर कर राजनीति करना चाहते हैं, उनसे कहना चाहती हूं की उत्तर प्रदेश की महिला भूली नहीं वो मंजर, जब उसकी प्रताड़ना होती थी, क्यूंकि एक विशेष राजनीतिज्ञ उत्तर प्रदेश में सरकार चला रहे थे, जिनका दुस्साहस इतना था की वो कहते थे की लड़के हैं लडकों से तो गलती हो जाती है.'' स्मृति ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश की महिलाएं भूली नहीं हैं जब सूर्यास्त के बाद खुले में शौच करने को मजबूर थी क्यूंकि उसके घर में शौचालय बनाने की किसी ने जहमत नहीं उठाई थी. महिलाएं थाने जाने से भी डरती थी, लेकिन आज भाजपा सरकार में हर एक थाने में महिला हेल्प डेस्क और ‘एंटी रोमिओ स्क्वॉड' की स्थापना कर महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने का काम हो रहा है.''
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव ने अप्रैल 2014 में लोकसभा चुनाव के लिये मुरादाबाद में आयोजित एक जनसभा में कहा था कि सामूहिक बलात्कार के मामले में फांसी की सजा नहीं देनी चाहिए. उन्होंने कहा था, ‘लड़के तो लड़के हैं, उनसे गलतियां हो जाती हैं.' उन्होंने वादा किया था कि केंद्र की सत्ता में आने पर ऐसा कानून बनाएंगे जिससे फांसी दिलाने वाले कानून का दुरुपयोग रोका जा सके.'' केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की मौजूदगी में ‘धरोहर: कुशल हाथों की सफल उड़ान' के दौरान 4200 महिला बुनकर-कारीगरों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली.
भाजपा के बुनकर प्रकोष्ठ की सह संयोजक व उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन एंड रिसर्च की अध्यक्ष क्षिप्रा शुक्ला ने बताया कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस अवसर पर ‘हेलो कमल शक्ति मोबाइल ऐप' की भी शुरुआत की. इसके माध्यम से अब महिलाएं संगठन से सीधे संवाद कर सकेंगी. कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के 26 ज़िलों से 4200 से अधिक महिला कारीगरों और बुनकरों ने प्रतिनिधित्व किया. अनुसूचित जनजाति - थारू समाज के 550 महिलाओं भी कार्यक्रम में शामिल हुईं. उत्तर प्रदेश के एमएसएमई राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से जिन करोड़ों लोगों को फ़ायदा हुआ है, उसकी एक इकाई आज कार्यक्रम में शामिल हुई है. कार्यक्रम की शुरुआत में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. हस्तकला, कारीगरी व महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को भी इस दौरान सम्मानित किया गया.