जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े ‘सेक्स स्कैंडल' को लेकर भाजपा पर हमला तेज करते हुए कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को ‘‘हमेशा संरक्षण'' दिया है. अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व प्रमुख नेट्टा डिसूजा ने कहा कि भाजपा ने केवल ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे नारे दिए हैं, लेकिन हकीकत देश की जनता के सामने है.
यहां कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने दावा किया, ‘‘बहादुर महिला पहलवान हों या अंकिता भंडारी जैसी बेटियां, प्रधानमंत्री ने किसी भी बेटी को न्याय दिलाने की कोशिश नहीं की. भाजपा सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को हमेशा बचाया है.''
डिसूजा ने कहा, ‘‘प्रज्वल रेवन्ना के मुद्दे पर देश की महिलाएं काफी गुस्से में हैं. जो व्यक्ति पिछले पांच वर्ष से संसद के अंदर मोदी के संरक्षण में था, उसका असली चरित्र देश के सामने आ गया है और अब महिलाएं इस बारे में सोचने पर मजबूर हैं.'' उन्होंने कहा, ‘‘अगर यही काम किसी और ने किया होता तो मोदी पूरे देश में कह रहे होते - ‘देखो, हमने अपनी बेटियों की रक्षा के लिए अपराधी को पकड़ लिया,' लेकिन अब जब बात उनके पसंदीदा व्यक्ति की आती है तो उनका रवैया पूरे देश के सामने है.''
कांग्रेस जहां राजग के घटक दल जद (एस) के नेताओं के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों को लेकर भाजपा पर हमलावर है, वहीं भाजपा ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में ‘‘देरी'' के लिए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. डिसूजा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हासन लोकसभा सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे प्रज्वल रेवन्ना के साथ मंच साझा किया था और उनके लिए वोट मांगे थे. उन्होंने कहा, ‘‘अगर मोदी हैं तो प्रज्वल रेवन्ना का विदेश भाग जाना संभव है. अगर मोदी हैं तो प्रज्वल रेवन्ना का संसद में बैठना संभव था, लेकिन, आज नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और स्मृति ईरानी चुप हैं.''
डिसूजा ने भाजपा के चुनावी नारे का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मोदी कह रहे थे कि प्रज्वल रेवन्ना को दिया गया वोट उन्हें मजबूत करेगा. अब देश की महिलाएं आपको ‘400 पार' पर जवाब देंगी.'' हासन से जद (एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना के बड़ी संख्या में अश्लील वीडियो प्रसारित होने के बाद कर्नाटक सरकार द्वारा एसआईटी का गठन किया गया था. प्रज्वल रेवन्ना (33) पर दुष्कर्म और छेड़छाड़ का आरोप है.