राजस्थान के बाड़मेर जिले के मंडली थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने चार बच्चों को ड्रम में बंद करने के बाद कथित तौर पर फांसी लगा ली, जिससे सभी की मौत हो गई. पुलिस ने पांचों शवों को कल्याणपुरी शवगृह भेज दिया है. एफएसएल की टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए. एक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं. पुलिस ने मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी है, उनके आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की बात कही जा रही है.
पुलिस के मुताबिक जेठा राम की पत्नी उर्मिला शनिवार को अपने चार बच्चों के साथ घर पर थी. जबकि उसका पति जेठाराम जोधपुर मजदूरी करने गया था. दोपहर के समय उर्मिला ने अपने बच्चों भावना (8), विक्रम (5), विमला (3) और मनीषा (2) को बाजरे के टैंकर में बंद कर दिया. इसके बाद उसने कथित तौर पर घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जब आसपास रहने वाले उनके रिश्तेदारों ने शाम तक बच्चों और महिलाओं को नहीं देखा तो वे उर्मिला के घर गए, जहां उन्हें वह फंदे पर लाश लटकी मिली और उसके बच्चे बाजरे के टैंकर में बंद मिले.
इस बारे में ग्रामीणों सहित परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कल्याणपुर अस्पताल मोर्चरी भिजवा दिया है. मृतक महिला के चाचा दुर्गाराम ने पति व ससुराल वालों पर पिछले पांच साल से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को रिपोर्ट सौंपी है. महिला के चाचा दुर्गाराम ने कहा, "उसके पति ने मेरी भतीजी और उसके बच्चों को मार डाला है. हम मांग करते हैं कि मेरी भतीजी और उसके बच्चों को न्याय दिलाने के लिए उचित कार्रवाई की जाए."
थानाधिकारी कमलेश गहलोत के अनुसार, "महिला के गले में फंदा था और बच्चे अनाज के ड्रम में थे. पांचों की मौत हो चुकी थी. परिजनों ने पति के खिलाफ दहेज के लिए हत्या और प्रताड़ित करने की रिपोर्ट दी है.'' रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. अब मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किए जाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे.'
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