छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Legislative Assembly) के शीतकालीन सत्र का आगाज सोमवार को होगा. इस सत्र में विपक्षी दल धान खरीदी, धर्मांतरण और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) सरकार को घेरने की योजना बना रहे है. राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पांच बैठकें होंगी और सत्र 17 दिसंबर को समाप्त होगा. सत्र के पहले दिन हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए देश के पहले (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और 12 अन्य लोगों के साथ-साथ विधायक देवव्रत सिंह समेत छह दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी जायेगी.
राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के बिना कोई विपक्षी गठबंधन संभव नहीं : भूपेश बघेल
गौरतलब है कि गत आठ दिसंबर को तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्यकर्मियों की मृत्यु हो गई थी. विधानसभा के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि सत्र को कोविड-19 (Coronaviorus) प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आयोजित किया जाएगा. विपक्ष के नेता धर्मलाल कौशिक ने कहा कि बीजेपी सत्र के दौरान कई मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरेगी.
नक्सलवाद खत्म करने के लिए गोलियों व बंदूकों की नहीं विकास की जरूरत : भूपेश बघेल
उन्होंने कहा कि इन मुद्दों में तीन अक्टूबर को धार्मिक झंडे हटाने पर हुई झड़प, धर्म परिवर्तन और भ्रष्टाचार तथा धान खरीद में अनियमितता के साथ-साथ राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का मुद्दा शामिल है. सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कवर्धा में हुई हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है. भाजपा सांसद संतोष पांडे और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के नाम इस घटना की प्राथमिकी में शामिल हैं.
अहंकार जब रावण का नहीं टिका तो मोदी का क्या टिकेगा? : भूपेश बघेल