कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर के प्रबंधन में नाकाम रहने के विपक्ष के आरोपों के बीच प्रधानमंत्री की कैबिनेट में आज व्यापक फेरबदल किया जा रहा है. खराब परफॉरमेंस के चलते जहां कुछ लोगों को बाहर रास्ता दिखाया जा रहा है वहीं बेहतर काम करने के लिए कुछ मंत्रियों का प्रमोशन भी किया जा रहा है. कई नए चेहरों को भी सरकार में शामिल किया जा रहा है. कैबिनेट में फेरबदल को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा है.
कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कैबिनेट में फेरबदल पर तंज कसते हुए कहा, "खराबी इंजन में है और बदले डिब्बे जा रहे हैं! यही तो है “दुर्दशाजीवी मोदी मंत्रिमंडल” के विस्तार की सच्चाई!"
सुरजेवाला ने आगे कहा कि जिस महामारी का प्रबंधन “नेशनल डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी” के माध्यम से किया जा रहा है, उसके चेयरमैन प्रधानमंत्री स्वयं हैं. क्या वे भी अपने गैर ज़िम्मेदाराना व्यवहार की ज़िम्मेदारी लेंगे? इस्तीफ़ा देंगे? या अकेले स्वास्थ्य मंत्री को बलि का बकरा बना अपना पल्ला झाड़ लेंगे?
बता दें कि मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन समेत करीब 20 मंत्रियों ने मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दिया है. इसमें स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के अवाला, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, बाबुल सुप्रियो, प्रताप सारंगी, श्रम मंत्री संतोष गंगवार, थावरचंद गहलोत, सदानंद गौड़ा, प्रकाश जावड़ेकर समेत अन्य मंत्री शामिल हैं.