क्या प्रधानमंत्री कहेंगे कि बीजेपी उस दल से समझौता नहीं करेगी जिसे वह वंशवादी मानते हैं: कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सवाल किया कि पीएम मोदी द्वारा वंशवाद की राजनीति पर अक्सर हमला करने के बावजूद भाजपा परिवार संचालित पार्टियों के नेताओं के साथ गठबंधन क्यों कर रही है और राजनीतिक परिवारों के नेताओं को पार्टी में क्यों शामिल कर रही है.

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नई दिल्ली:

कांग्रेस ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) को चुनौती दी कि वह ऐसी किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन न करे जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पार्टी वंशवादी मानते हैं. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वंशवाद की राजनीति पर अक्सर हमला करने के बावजूद भाजपा परिवार संचालित पार्टियों के नेताओं के साथ गठबंधन क्यों कर रही है और राजनीतिक परिवारों के नेताओं को पार्टी में क्यों शामिल कर रही है.

खेड़ा ने संगठन के भीतर ‘‘धोखाधड़ी करने वाले तत्वों'' के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए भाजपा पर हमला किया, जो अपने ही लोगों को धोखा देने या फर्जी तरीके से अपने शीर्ष नेताओं के करीबी सहयोगियों के रूप में काम करते पाए गए थे. उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को राजनीति में परिवारों, वंशवाद के बारे में बात करना बंद कर देना चाहिए क्योंकि उनकी पार्टी, उनका मंत्रिमंडल राजनीतिक परिवारों से आने वाले लोगों से भरा हुआ है.''

खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को अगले लोकसभा चुनाव से पहले स्पष्ट रूप से बता देना चाहिए कि भाजपा ऐसी किसी भी पार्टी के साथ चुनाव से पहले या चुनाव के बाद कोई गठबंधन नहीं करेगी, जो प्रधानमंत्री के अनुसार परिवार संचालित पार्टी है. उन्हें यह बताने का साहस करना चाहिए.''

खेड़ा ने यह भी दावा किया कि कई राज्यों में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए कुछ ‘‘जालसाज'' भारतीय जनता पार्टी - राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हुए हैं और सवाल किया कि सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष नेतृत्व या एजेंसियों ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की.

उन्होंने सवाल किया, ‘‘अगर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो), एसएफआईओ (गंभीर कपट अन्वेषण कार्यालय) विपक्षी दलों के नेताओं की जांच कर सकते हैं, तो वे इस बड़े षड्यंत्रकारी ऑपरेशन की जांच क्यों नहीं कर सकते.''

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्विटर पर पूछा, ‘‘जो लोग खुलेआम विपक्षी नेताओं को ईडी-सीबीआई छापों की धमकी दे रहे हैं, उन्हें जालसाजों के अपने नेटवर्क पर लगाम लगाने का समय कब मिलेगा? ऐसा कैसे है कि एक के बाद एक ये ठग पकड़े जा रहे हैं, सभी के आरएसएस या भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से संबंध हैं?'' उन्होंने पूछा, ‘‘क्या आरएसएस-भाजपा का तंत्र फ्रॉड मार्केट करप्ट गैंग (एफएमसीजी) के नेटवर्क के जरिए काम करता है.''

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रमेश ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) की सरकार को देश की सबसे भ्रष्ट सरकार कहा है. इसलिए स्वाभाविक रूप से भाजपा और बीआरएस एक साथ हैं. याद रखें कि इस साल की शुरुआत में गृह मंत्री ने मेघालय की कोनराड संगमा सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार कहा था. इसके बाद भाजपा ने संगमा के साथ गठबंधन किया.''

रमेश ने कहा, ‘‘मैंने 21 मार्च, 2023 को सीबीआई को एक पत्र लिखकर गृह मंत्री से उनके द्वारा लगाए गए बहुत गंभीर आरोपों पर पूछताछ करने का अनुरोध किया था. इस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. एक समय था जब प्रधानमंत्री ने एनसीपी को ‘नेचुरली करप्ट पार्टी' कहा था.''

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खेड़ा ने पूछा कि क्या ऐसे तत्व राजनीतिक दलों को तोड़ने और विधायकों को खरीदने का गंदा काम कर रहे हैं.

कांग्रेस प्रवक्ता ने गुजरात के किरण पटेल का नाम लिया, जो प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के फर्जी दस्तावेजों और पहचान पत्र के साथ वीवीआईपी प्रोटोकॉल में जम्मू-कश्मीर में घूमता था और अधिकारियों के साथ लगातार बैठकों की अध्यक्षता भी कर रहा था. उन्होंने संजय राय शेरपुरिया का भी जिक्र किया, जो कथित तौर पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी में शामिल थे.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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