- कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की अटकलों को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पूरी तरह खारिज किया है.
- वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस यह तय करने में सक्षम है कि पार्टी में क्या होना चाहिए. निर्णय पार्टी पर छोड़ें.
- सत्तारूढ़ कांग्रेस में साल के अंत में मुख्यमंत्री बदले जाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं.
कर्नाटक में साल के अंत तक मुख्यमंत्री बदले जाने की अटकलों के बीच, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को इन अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने प्रदेश नेतृत्व से जुड़े फैसले लेने में पूरी तरह सक्षम है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस यह तय करने में सक्षम है कि हमारी पार्टी में क्या होना चाहिए. कृपया यह निर्णय हमारी पार्टी पर छोड़ दें. आप चिंता न करें. जब भी कोई निर्णय लेने की आवश्यकता होगी, पार्टी वह निर्णय लेने में सक्षम है.''
अटकलों के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आप लोगों का एक ही एजेंडा होता है जब भी मैं यहां आता हूं –- बस यही सवाल कि पांच साल, ढाई साल....''
उनकी यह टिप्पणी कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर राजनीतिक हलकों में जारी अटकलों की पृष्ठभूमि में आई है.
डीके शिवकुमार के सीएम बनने की चर्चा को हवा
कुणिगल से कांग्रेस विधायक एचडी रंगनाथ और मंड्या के पूर्व सांसद एलआर शिवराम गौड़ा ने बुधवार को यह दावा कर चर्चा को फिर से हवा दे दी कि उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे.
राज्य के राजनीतिक हलकों और खासकर सत्तारूढ़ कांग्रेस में, साल के अंत में मुख्यमंत्री बदले जाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं, जिसमें सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच सत्ता समझौते का हवाला दिया जा रहा है.
बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनने का फॉर्मूला?
मई 2023 में विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी. हालांकि, कांग्रेस ने शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार करने के लिए राजी कर लिया.
उस समय कुछ खबरों में दावा किया गया था कि ‘‘बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनने के फॉर्मूले'' पर सहमति बनी है, जिसके तहत ढाई साल बाद डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री बनेंगे.
हालांकि, पार्टी ने ऐसी किसी भी सहमति की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की है.