जनता के मुद्दों पर सदन में सत्ता से अकेले टकराएंगे : यूपी में BSP के इकलौते MLA उमाशंकर सिंह

रसड़ा से तीसरी बार बीएसपी से विधायक बनने के बाद उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस बार मुझे कड़ी चुनौती मिली थी, जबकि मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र में अपने खुद के संसाधनों से क्षेत्र का बड़ा विकास किया है.

Advertisement
Read Time: 15 mins

बलिया:

बलिया के रसड़ा विधानसभा क्षेत्र से बीएसपी के इकलौते विधायक उमाशंकर सिंह अपने दल के इकलौते सदन में नेता रहते हुए सत्ता पक्ष से जनता के तमाम मुद्दों पर विपक्ष की भूमिका निभाएंगे. बीजेपी में जाने या फिर सत्ता में सहयोग करने के मुद्दे को सिरे से नकारते हुए उमाशंकर सिंह ने NDTV से बातचीत में कहा कि, बीएसपी बीजेपी की बी टीम नहीं थी. बल्कि सही मायने में वही बीजेपी से लड़ रही थी. लेकिन जनता ने सीधी लड़ाई सपा से मानकर उसे वोट कर दिया, जिसका फायदा बीजेपी को मिल गया. अपनी पार्टी के अकेले विधायक होने पर सत्ता दल को समर्थन करने के कयास को सिरे से खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वह सदन में जनता के मुद्दों को उठाते रहेंगे और विपक्ष की भूमिका को बखूबी निभाएंगे.

रसड़ा से तीसरी बार बीएसपी से विधायक बनने के बाद उमाशंकर सिंह ने कहा कि इस बार मुझे कड़ी चुनौती मिली थी, जबकि मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र में अपने खुद के संसाधनों से क्षेत्र का बड़ा विकास किया. जब उनसे ये सवाल पूछा गया कि आपका 10 प्रतिशत वोट शेयर कम हुआ है और आप ही अकेले अपनी पार्टी से चुनकर आए हैं, तो उसके जवाब में उन्होंने कहा कि, "इसकी सबसे बड़ी वजह हमारी मीडिया जगत है. जिसने ये अफवाह फैलाई कि बीएसपी बीजेपी की बी टीम है. चुनावों के बीच ये अफवाह इतनी तेजी से फैला कि हमारे जितने भी मजबूत उम्मीदवार थे. उन्हें भी उस हिसाब से वोट नहीं मिल सका."

वहीं, मायावती के खामोसी और टिकटों के बंटवारे के सवाल का जवाब देते हुए बीएसपी विधायक ने कहा कि, "हमने ऐसे ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिसे आम आदमी ये नहीं कह सकता है कि ये हार जाएंगे. इसी क्रम में हमने जहूराबाद सीट से सैय्यदा शादाब फातिमा को टिकट दिया था. वो तीन बार की विधायक मंत्री रही हैं. इसके अलावा भी उनका वहां एक पर्सनल वोट बैंक है."

Advertisement

फ्री राशन की वजह से बीएसपी की वोट बैंक खिसकने के सवाल पर उमाशंकर सिंह ने कहा कि, "हां ये बात सही है कि बीएसपी का वोट बैंक बीजेपी में शिफ्ट हुआ है. लेकिन ये भी हकीकत है कि फ्री राशन बीजेपी ने अपने पार्टी फंड से नहीं दिया है. जब भी किसी की सरकार बनती है तो वो पूरे प्रदेश के लिए बनती है. ना कि किसी पार्टी की. सरकार की तरफ से जो फ्री राशन दिया गया, वो जनता के पैसे से ही दिया गया. ना की बीजेपी पार्टी फंड का पैसा था."

Advertisement