बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस हुई. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपने भाषण के दौरान सदन में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को चुनौती दी कि अगर विपक्ष अफ़वाह फैला रहा है तो आप मुझे गिरफ़्तार कीजिए. तेजस्वी ने कोरोना (Coronavirus) और बोर्ड की परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक (Bihar matric paper leak) का मामला उठाते हुए कहा कि अधिकारियों द्वारा पत्रकारों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर हो रही है. इसी संदर्भ में उन्होंने कहा कि वो भी प्रश्न पत्र मिलने पर ट्वीट कर सवाल उठाते हैं लेकिन क्या ये गुनाह है. उसके बाद उन्होंने राज्य सरकर को चुनौती दी कि आप मुझे गिरफ़्तार कर दिखायें.
हालांकि तेजस्वी यादव पहले की तरह मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति उतने आक्रामक नहीं दिखे और बार-बार कहा कि कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है बल्कि जनता के मुद्दे उठाना उनका दायित्व है. लेकिन भाजपा के लोगों को उन्होंने कई बार कहा कि आप आत्मनिर्भर होने की बात करते हैं लेकिन बिहार में आप कब राजनीतिक रूप से आत्मनिर्भर होंगे. इसी दौरान उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कैसे नीतीश कुमार भाजपा को 2015 के दौरान बड़का झूठा पार्टी कहा करते थे. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने कहा झूठा अससंदीय शब्द है इसलिए उसकी जगह असत्य शब्द का इस्तेमाल करें.
नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव ने कहा कि कोरोना काल में जब बाक़ी राज्यों के मुख्यमंत्री अपने राज्य के श्रमिकों के वापस आने पर स्टेशन पर फूल लेकर खड़े रहते थे, नीतीश कुमार ने कभी अपने आवास से निकलना भी बेहतर नहीं समझा. उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना जांच का रिकॉर्ड ऐंटिजेन टेस्ट कर पूरा किया गया. फिर किसानों के आंदोलन के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसानों के आंदोलन के दौरान मौत पर शोक भी नहीं जताया. तेजस्वी ने एक बार फिर नीतीश कुमार से पूछा कि अगर हमारा शासन जंगल राज था तो फिर समझौता क्यों किया.