सेना का मोबाइल रिएक्टिव माइंस सिस्टम बनेगा दुश्मनों का काल, टैंक को इस तरह कर देगा तबाह

यह एन्टी टैंक माइंस बेहद ही घातक है, ये खास मोबाइल रिएक्टिव माइंस सिस्टम मकड़े की तरह चलता है और टारगेट के पास जाकर ब्लास्ट हो जाता है.

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टैंक को उड़ाने वाला स्वदेशी रोबोट
नई दिल्ली:

भारतीय सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक हैं. तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल ने भारतीय सेना की ताकत और बढ़ा दी है. अब भारतीय सेना मोबाइल रिएक्टिव माइंस सिस्टम को शामिल करने जा रही है, ये मोबाइल रिएक्टिव माइंस सिस्टम दुश्मनों के लिए काल बनेगा. सेना ने रोबोट की तरह चलने वाला एक खास रोबोट बनाया है. सेना के ये रोबोट कई मायनों में खास है. मेजर राज प्रसाद सिंह ने इस रोबोट की खासियतों के बारे में बताया.

क्यों खास है मोबाइल रिएक्टिव माइंस सिस्टम

मेजर राज प्रसाद सिंह ने बताया कि हम बैटल फील्ड में दुश्मनों के लिए माइंस लगाते हैं. वो पुराना जमान जिसमें हम ढेर सारी माइंस लगाकर इंतजार करते हैं अब वो जमाना खत्म हो गया है. अब हम लड़ाई के मैदान में ऐसी नई टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करते हैं.जहां ये दुश्मन को ढूंढकर उसकी तरफ बढेगा और वहां जाकर खुद ब्लास्ट करेगा. असल में ये रिएक्टिव माइंस है. इसे दुश्मन के एरिया में पैरा ड्रॉप किया जा सकता है. हम वहां इसको मैन्युअली भेजेंगे. दुनिया के ज्यादातर माइंस हम जहां लगाते हैं वो वहीं पर रहते हैं.

दुश्मन को कैसे करेगा नेस्तनाबूद

लेकिन इसे हम जहां लगाएंगे, वहां टारगेट को डिटेक्ट करेगा और उसे निशाना बनाएगा. ये कुछ इस तरह काम करेगा जैसे कि मान लो कोई टैंक आ रहा है, ये पहले उस टैंक को खोजेगा फिर उसके पास जाकर ब्लास्ट हो जाएगा. ये आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी और रोबोटिक्स के जरिए बनाया गया है.इसमें एक आईआर कैमरा भी है.इस कैमरे की मदद से इसके रास्ते में जो कुछ आएगा ये उसे देखकर आगे बढ़ेगा. इस माइंस की खासियत ये है कि इसे यूएवी के जरिए भेजा जा सकता है.और इसे दोबारा भी इस्तेमाल किया जा सकता है.इसे पूरी तरह से देश में बनाया गया है.
 

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