देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस (Congress) को आज उसका नया अध्यक्ष मिल जाएगा. 24 साल बाद पहली बार ऐसा होगा जब पार्टी को गांधी परिवार (Gandhi Family) से बाहर का अध्यक्ष मिलेगा. इसलिए आज का दिन कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक है. देश की सबसे पुरानी पाटी कांग्रेस को आज 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर कोई राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने जा रहा है.
इससे पहले सीताराम केसरी गैर गांधी अध्यक्ष रहे थे. 17 अक्टबूर को अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग हुई थी, जिसके नतीजे आज आएंगे. सुबह 10 बजे वोटों की गिनती शुरु होगी, जिसके बाद तस्वीर साफ हो जाएगी कि मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर किसके हाथ आएगी कांग्रेस की कमान. हालांकि पलड़ा खड़गे का भारी लग रहा है. कांग्रेस में देशभर में 9800 डेलीगेट्स में से 9500 ने वोट डाले.
खड़गे हों या थरूर जो भी अध्यक्ष बने उनके सामने एक बड़ी चुनौती आने वाले वक्त में हिमाचल,गुजरात के चुनाव हैं. वहीं नज़र 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी रहेगी. बहरहाल अब कांग्रेस में लोकतांत्रिक तरीके से नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद बीजेपी सहित सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों पर एक तरह से नैतिक दबाव ज़रूर आएग. जिन्होंने अपने पाटी अध्यक्ष को चुनने के लिए कभी मतदान प्रणाली को नहीं अपनाया.
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव से जुड़ी खास बातें
- मल्लिकार्जुन खड़गे vs शशि थरूर के बीच मुकाबला
- 17 अक्टूबर को वोटिंग हुई, आज नतीजे घोषित
- 9915 डेलिगेट्स में क़रीब 9500 ने डाले वोट
- कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 96% वोट पड़े
- 22 साल बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग
- कांग्रेस अध्यक्ष के लिए 137 साल के इतिहास में छठी बार चुनाव
मल्लिकार्जुन खड़गे का राजनैतिक सफर
- कर्नाटक से राज्यसभा सांसद
- राज्यसभा में विपक्ष के नेता
- 2009-19 तक लोकसभा सांसद
- यूपीए के समय केंद्रीय मंत्री रहे
- 2014-19: लोकसभा में कांग्रेस नेता
- कर्नाटक से लगातार 9 बार विधायक रहे
शशि थरूर का राजनैतिक सफर
- तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद
- विरोधी गुट G-23 का हिस्सा रहे
- यूपीए के समय केंद्रीय मंत्री रहे
- तीन बार लोकसभा चुनाव जीते
- तीन दशकों तक यूएन में काम किया