- फाइटर पायलट शिवांगी सिंह की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ तस्वीर
- ऑपरेश सिंदूर के दौरान शिवांगी सिंह को पकड़ने का पाकिस्तान ने फैलाई थी अफवाह
- शिवांगी राफेल फाइटर जेट उड़ाने वाली देश की पहली महिला पायलट हैं
भारतीय वायुसेना की फाइटर पायलट शिवांगी सिंह देश के लिए बेहद खास हैं. वो देश की पहली महिला पायलट हैं जिन्होंने राफेल फाइटर जेट उड़ाया है. शिवांगी ने मिग-21 बाइसन को भी उड़ाया है. वह भारतीय वायुसेना की काफी खास महिला अधिकारियों में शामिल हैं, जिनके पास राफेल जैसे अति उन्नत फाइटर जेट उड़ान का अनुभव है. शिवांगी का एक और सपना है वो एस्ट्रोनॉट बनना चाहती हैं. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो अंतरिक्षयात्री बनना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि उम्मीद करती हूं ऐसा होगा.
बचपन से ही फाइटर पायलट बनने का सपना
15 मार्च 1995 को वाराणसी में पैदा हुईं शिवांगी बचपन से ही फाइटर पायलट बनना चाहती थीं. वह दिल्ली स्थित एयर फोर्स म्यूजिम आकर यहां फाइटर प्लेन देखकर काफी रोमांचित हुई थीं. इसके बाद से ही वो फाइटर पायलट बनने का सपना देखने लगीं. बीएचयू में अपने पढ़ाई के दौरान वो एनसीसी का भी हिस्सा रहीं. बाद में वो भारतीय वायुसेना में शामिल भी हुईं.
मिग-21 बाइसन उड़ाने का अनुभव
शिवांगी ने 2017 में भारतीय वायुसेना को ज्वाइन किया था. गौरतलब है कि 2015 में भारतीय वायुसेना में महिला फाइटर पायलट रैंक बनाया गया था. वो बतौर सेकेंड बैच फाइटर पायलट के तौर पर वायुसेना में शामिल हुई थीं. उन्होंने तेलंगाना के एयरफोर्स अकादमी में ट्रेनिंग ली थी. उन्होंने मिग-21 बाइसन प्लेन को भी उड़ाया है.
राफेल से दिखाया दम
शिवांगी ने बाद में फ्रेंच इंस्ट्रक्टर का एक कठिन टेस्ट पास करने और कड़ी मेहनत के बाद राफेल फाइटर जेट उड़ाने वाले फाइटर पायलट की लिस्ट में चुनी गईं. वो पंजाब स्थित अंबाला एयर फोर्स स्टेशन के गोल्डन ऐरो स्क्वॉड्रन का हिस्सा हैं. इसके बाद 2020 में शिवांगी ने राफेल फाइटर जेट को उड़ाया. शिवांगी ने राफेल के साथ पूर्वी लद्दाख और LAC जैसे संवेदनशील इलाकों में उड़ान भरी है. आज एक बार फिर वो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ दिखी हैं.














