निर्वाचन आयोग के अनुसार चुनावी बॉण्ड के शीर्ष खरीदार बनकर उभरे सैंटियागो मार्टिन वर्षों से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर हैं. 'लॉटरी किंग' के नाम से मशहूर मार्टिन की कंपनी फ्यूचर गेम्स और होटल सर्विसेज ने 1,368 करोड़ रुपये के चुनावी बॉण्ड खरीदे हैं.
मार्टिन कौन हैं और उनके कारोबारी हित क्या हैं?
कहा जाता है कि पश्चिमी तमिलनाडु के कोयंबटूर में रहने वाले मार्टिन ने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत एक 'मजदूर' के रूप में की और उनके अमीर बनने की एक लंबी कहानी है.
तमिलनाडु में 2003 से ही लॉटरी पर रोक है, लेकिन अनेक लोगों को कई गलत कारणों जिनमें अधिकारियों के छापे शामिल हैं, की वजह से 'मार्टिन लॉटरी' का नाम आज भी याद है. मार्टिन द्वारा संचालित कोयंबटूर के एक कॉलेज का एक लेखाकार 2019 में आयकर अधिकारियों द्वारा की गई उससे पूछताछ के बाद मृत पाया गया था.
उनकी कंपनी, फ्यूचर गेमिंग सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, सिक्किम लॉटरी की मुख्य वितरक है. काफी लंबे समय तक एक विशाल व्यापारिक साम्राज्य का मालिक होने के अलावा, मार्टिन को तमिलनाडु और केरल सहित कई राज्यों में कई राजनीतिक दलों में उनके मित्रों के लिए जाना जाता है.
मार्टिन प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग सहित केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में है. ईडी ने 2023 में केरल में फर्जी लॉटरी बिक्री के माध्यम से सिक्किम सरकार को 900 करोड़ रुपये से अधिक के कथित नुकसान पहुंचाने के आरोप में लगभग 457 करोड़ रुपये की उसकी संपत्ति जब्त कर ली थी.
केरल में सिक्किम सरकार की लॉटरी की बिक्री से संबंधित कथित अपराधों के लिए मार्टिन और अन्य के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप पत्र दाखिल किया था जिसके आधार पर ईडी ने धनशोधन का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की.
ईडी ने बताया, ‘‘मार्टिन और उनकी सहयोगी कंपनियों और संस्थाओं के 01.04.2009 से 31.08.2010 की अवधि के लिए पुरस्कार विजेता टिकटों के दावे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने के कारण सिक्किम सरकार को 910 करोड़ रुपये की हानि हुई और उसने गैरकानूनी लाभ कमाया.''मार्टिन और उनसे जुड़े लोगों की संपत्ति ईडी ने अन्य मामलों में भी जब्त की है.
ईडी ने राज्य में कथित अवैध रेत खनन की जांच के तहत तमिलनाडु में विभिन्न स्थानों की तलाशी ली थी जिनमें मार्टिन के दामाद आधव अर्जुन का परिसर भी शामिल था.भारतीय बास्केटबॉल महासंघ के अध्यक्ष अर्जुन को हाल ही में विदुथलाई चिरुथिगल काची का उप महासचिव नियुक्त किया गया.