एकनाथ शिंदे शिवसेना के शीर्ष नेताओं में शुमार किए जाते हैं, और संप्रति वह महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (MVA) की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार में शहरी मामलों के मंत्री हैं. इस वक्त 11 अन्य पार्टी विधायकों के साथ कथित रूप से गुजरात के सूरत शहर में एक होटल में पहुंच चुके एकनाथ शिंदे मुंबई से सटे ठाणे के बड़े नेता हैं. ग्रामीण महाराष्ट्र समेत कई अन्य क्षेत्रों में भी पार्टी को मज़बूत बनाने का श्रेय उन्हें दिया जाता है.
माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे मंगलवार दोपहर को प्रेस को संबोधित कर सकते हैं, जिससे महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार के लिए संकट के आसार दिख रहे हैं.
एकनाथ शिंदे हाल ही में महाराष्ट्र के मंत्री तथा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे के साथ अयोध्या यात्रा पर गए थे.
वह वर्ष 2004, 2009, 2014 तथा 2019 में लगातार चार बार महाराष्ट्र विधानसभा में चुने गए. 2014 में जीत के बाद उन्हें शिवसेना विधायक दल का नेता चुना गया था, और फिर वह महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे. उनके राजनैतिक सफर की शुरुआत पार्षद बनने से हुई थी, लेकिन उससे पहले वह ऑटोरिक्शा भी चलाते रहे हैं.
पार्टी के लोकप्रिय नेताओं में शुमार किए जाने वाले शिवसेना नेता को पार्टी के बड़े कार्यक्रम आयोजित करने की ज़िम्मेदारी सौंपी जाती रही है.
एकनाथ शिंदे के पुत्र श्रीकांत शिंदे इस वक्त लोकसभा सांसद हैं, और उनके भाई प्रकाश शिंदे इस समय पार्षद हैं.
बताया जाता है कि एकनाथ शिंदे पार्टी से नाराज़ चल रहे हैं, क्योंकि उन्हें हाशिये पर डाल दिया गया था. वैसे, उनके ताल्लुकात सभी पार्टियों से अच्छे बताए जाते हैं.
सेना के कद्दावर नेताओं में शामिल एकनाथ शिंदे को शिवसेना के कई विधायकों का समर्थन भी हासिल है, और पार्टी के गढ़ माने जाने वाले ठाणे में भी उनके बेहद मज़बूत पकड़ है.