- भीम सिंह भावेश को सामाजिक प्रभाव के लिए NDTV Indian of the Year अवार्ड से सम्मानित किया गया.
- भावेश ने मुसहर समाज के उत्थान के लिए दो दशकों से शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण का कार्य किया.
- उन्होंने मुसहर समुदाय के आठ हजार बच्चों को स्कूलों में दाखिला दिलाकर शिक्षा के अवसर प्रदान किए.
NDTV Indian of the Year साल के सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को सम्मानित करने वाला एक कार्यक्रम है. जिसका आयोजन शुक्रवार को नई दिल्ली में किया गया. इस कार्यक्रम में भीम सिंह भावेश को सोशल इंपैक्ट ऑफ द ईयर अवार्ड दिया गया. इस मौके पर भीम सिंह भावेश ने कहा कि कभी यह सोचा नहीं था यात्रा यहां तक जाएगी. भीम सिंह भावेश बिहार के पत्रकार हैं. उन्होंने मुसहर समाज के उत्थान की दिशा में उल्लेखनीय काम है. पत्रकार भीम सिंह भावेश ने दो दशकों से अधिक समय से शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण के माध्यम से बिहार के हाशिए पर पड़े मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए स्वयं को समर्पित किया है.
मुसहरटोली से यहां तक पहुंचा सफर
भीम सिंह भावेश के फाउंडेशन 'नई आशा' के माध्यम से हजारों बच्चों को स्कूलों में दाखिला दिलाया गया. उन्होंने कई जिंदगियों को बदला है. इस असाधारण समर्पण को मान्यता देते हुए उन्हें इस वर्ष प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. एनडीटीवी के मंच से सम्मानित होने के बाद भीम सिंह भावेश ने कहा कि मैंने सोचा नहीं था कि मुसहरटोली ने मेरा यह सफर यहां तक पहुंचेगा.
खबर लिखने गए, परेशानी देख उठाया बीड़ा
भीम सिंह भावेश ने कहा कि मैं खबर लिखने के लिए मुसहर जाति की बस्ती में गया था. जब मैंने उनसे बात की तो उनकी परेशानियों को जानकर मेरी आंखें डबडबा गई. फिर मैंने अपने आप में यह संकल्प लिया कि इनके लिए कुछ करना चाहिए. मैंने मुसहर जाति के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए मैंने काम करना शुरू किया.
पीएम मोदी ने मन की बात में किया था भीम सिंह भावेश का जिक्र
उल्लेखनीय हो कि भीम सिंह भावेश के नाम का जिक्र खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान कर चुके हैं. पीएम ने 110 वें एपिसोड में भीम सिंह भवेश की विशेष चर्चा करते हुए कहा बिहार के भोजपुर में भीम सिंह भवेश जी ने अपने क्षेत्र के मुसहर जाति के लोगों के लिए बहुत काम किया है.
भीम सिंह भावेश ने मुसहर समाज के लिए क्या किया है?
बताते चले कि मुसहर एक अत्यंत वंचित समुदाय है. भावेश ने इस समुदाय के बच्चों की शिक्षा पर फोकस किया है. बता दें कि भीम सिंह भवेश अब तक मुसहर जाति के आठ हजार बच्चों का दाखिला स्कूल में कराया है और एक बड़ी लाइब्रेरी भी बनवाया है. इनके स्थापित पुस्तकालय के माध्यम से अब तक 125 से अधिक बच्चे एनएमएमएस (राष्ट्रीय आय सह मेधा छात्रवृत्ति) का वजीफा पा रहे हैं. इनके प्रयास से करीब 100 अनाथ बच्चे-बच्चियों को परवरिश का लाभ भी मिल रहा है.
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