जब नरसिम्हा राव को निधन के 10 साल बाद मिली थी दिल्ली में स्मारक की जगह, मोदी सरकार ने लिया था फैसला

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्‍मारक के मुद्दे पर बीजेपी को घेरने की कोशिश कर रही कांग्रेस पार्टी ये भूल गई कि उन्‍होंने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्‍हा राव के स्‍मारक के लिए 10 साल तक जगह नहीं दी थी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
नरसिम्‍हा राव का निधन 23 दिसंबर 2004 को हुआ था...
नई दिल्‍ली:

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर कराए जाने का आग्रह किया था, जहां उनका स्मारक बनाया जा सके, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. कांग्रेस अब इसे लेकर बीजेपी पर मनमोहन सिंह का अपमान करने का आरोप लगा रही है. लेकिन कांग्रेस शायद ये भूल गई कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्‍हा राव के निधन के बाद 10 साल तक उनके स्‍मारक के लिए जगह नहीं दी गई थी. तब देश में यूपीए की सरकार थी. नरसिम्‍हा राव के स्‍मारक के लिए दिल्‍ली में जगह तब मिल पाई, जब मोदी सरकार सत्‍ता में आई थी.    

एम. वेंकैया नायडू ने किया था साइट का दौरा

बात साल 2014 की है, जब मोदी सरकार सत्‍ता में आई. सत्ता में आने के तुरंत बाद, एनडीए सरकार ने नरसिम्‍हा राव के नाम पर स्मारक बनाने का प्रस्ताव दिया था. तत्‍कालीन केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने इस पर तेजी से काम किया, जिन्होंने साइट का दौरा भी किया था. नायडू ने इंजीनियरों से नरसिम्‍हा राव के स्‍मारक को शीघ्र पूरा करने को कहा था, ताकि इससे महान नेता को श्रद्धांजलि दी जा सके. 

मोदी सरकार ने दिल्‍ली में बनवाया नरसिम्‍हा राव का स्‍मारक 

नरसिम्‍हा राव को उनकी पार्टी कांग्रेस द्वारा ही सालों तक उपेक्षित किया गया था. लेकिन मोदी सरकार ने नरसिम्‍हा राव का पूरा सम्‍मान दिया और उनके नाम का स्‍मारक दिल्‍ली में बनाया. नरसिम्‍हा राव का निधन 23 दिसंबर 2004 को हुआ था. उनका अंतिम संस्‍कार भी दिल्‍ली में नहीं किया गया था. नरसिम्‍हा राव का पार्थिव शरीर आंध्र प्रदेश ले जाया गया था, जहां उनका अंतिम संस्‍कार किया गया था. 

Advertisement

एकता स्‍थल पर नरसिम्‍हा राव का स्‍मारक 

निधन के 10 साल बाद आखिरकार राष्ट्रीय राजधानी में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के नाम पर एक स्मारक बना  था. यह स्मारक राजघाट में 'एकता स्थल' पर बनाया गया, जिसे राष्ट्रीय स्मृति के साथ जोड़ दिया गया है और अब ये पूर्व राष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों और अन्य गणमान्‍य लोगों के स्मारक बनाने के लिए एक विशेष जगह है. नरसिम्‍हा राव का स्‍मारक संगमरमर पत्‍थर से बनाया गया, जिस पर एक पट्टिका लगी हुई है, जिसमें उनके योगदान पर संक्षेप में प्रकाश डाला गया है. 

Advertisement

ये भी पढ़ें :- पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, अंतिम संस्कार के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी भी रहे मौजूद

Advertisement
Featured Video Of The Day
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए तैयार है लग्जरी टेंट सिटी, जानिए क्या कुछ है खास