द्वीपीय देश (Island Nation) डोमिनिका (Dominica) में अवैध रूप से प्रवेश करते हुए गिरफ्तार भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) की कानूनी टीम ने कहा है कि चोकसी को केवल एंटीगुआ और बारबुडा वापस भेजा जा सकता है क्योंकि वह कैरिबियाई द्वीप राष्ट्र का नागरिक है, न कि भारत का. सूत्रों ने कहा, डोमिनिका के राष्ट्रीय सुरक्षा और गृह मंत्रालय ने गुरुवार (27 मई) को पुष्टि की कि उन्होंने 62 वर्षीय चोकसी को अवैध रूप से देश में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
मामले से जुड़े लोगों ने कहा, डोमिनिका कैरेबियाई राष्ट्र एंटीगुआ के संपर्क में है ताकि यह पता लगाया जा सके कि चोकसी की नागरिकता का सटीक विवरण क्या है? और उसे एंटीगुआ वापस भेजा जा सके.
चोकसी को पकड़ने के लिए इंटरपोल का अलर्ट पहले से ही लागू है.
डोमिनिका की स्थिति वैसी ही है, जैसा कि दिल्ली में चोकसी की कानूनी टीम कह रही है. डोमिनिका चोकसी को एंटीगुआ वापस भेजने की संभावित व्यवस्था पर काम कर रहा है.
मेहुल चोकसी की 'इस गलती' के चलते आसान हो सकता है उसे भारत लाना, सूत्रों ने दी जानकारी
भगोड़े व्यवसायी के वकील विजय अग्रवाल ने एनडीटीवी को बताया, "मेहुल चोकसी स्वेच्छा से डोमिनिका नहीं पहुंचा. उसके डोमिनिका आने के रास्ते में "कुछ गड़बड़ी" हुई थी. उन्होंने कहा, "इसके अलावा, भारत से किसी भी अनुरोध के प्रसंस्करण के खिलाफ एक एंटीगुआन उच्च न्यायालय का आदेश है, इसलिए मेरी समझ यह है कि उसे केवल एंटीगुआ वापस भेजा जाना है - उसे भारत भेजे जाने का कोई सवाल ही नहीं है."
बता दें कि मेहुल चोकसी को तब पकड़ा गया, जब वह एंटीगुआ से क्यूबा भागने की कोशिश कर रहा था, जहां वह भारत छोड़ने के बाद 2018 से रह रहा था. उसने कथित तौर पर एंटीगुआ छोड़ दिया और पड़ोसी देश के लिए एक नाव पकड़ी थी लेकिन वह डोमिनिका चला गया. उसके खिलाफ इंटरपोल का लुकआउट सर्कुलर था, जिसके आधार पर उसे पुलिस ने डोमिनिका के एक समुद्र तट से पकड़ लिया था.
आरोप है कि हीरा कारोबारी चोकसी ने अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ, कथित रूप से फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके पंजाब नेशनल बैंक से 13,500 करोड़ रुपये की ठगी की है. इस मामले में दोनों भारतीय जांच एजेंसियों द्वारा वांछित है. लंदन की जेल में बंद नीरव मोदी भारत में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है.