कम ही लोग AEFI मतलब एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन के बारे में जानते हैं. बता दें, कोरोना वायरस के लिए टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है. जिसकी शुरुआत 16 जनवरी से की गई है. ऐसे में AEFI के बारे में जानना जरूरी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देश के मुताबिक AEFI मतलब एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन. यानी ऐसी कोई भी प्रतिकूल घटना जिसमें टीका लगने के बाद अनचाही चिकित्सा संबंधी घटना हो. हालांकि यह जरूरी नहीं ऐसी घटना का वैक्सीन से संबंधित हो.
प्रतिकूल घटना कोई भी प्रतिकूल और अनायास संकेत (जैसे टीका लगने के बाद फोड़ा हो जाना, लेबोरेटरी में कुछ असामान्य खोज, लक्षण या बीमारी (जैसे BCG वैक्सीन लगाने के बाद BCG संक्रमण का प्रसार)
AEFI की 3 कैटेगरी हैं, जिनके तहत इनकी रिपोर्टिंग करने के निर्देश है.
1. माइनर/मामूली AEFI- यह मामूली प्रतिक्रिया होती हैं जो कि बहुत आम हैं जैसे शरीर के जिस हिस्से पर टीका लगा है वहां दर्द होना और सूजन आना, चिड़चिड़ापन, अस्वस्थता आदि
2. सीवियर/गंभीर AEFI- यह वह मामले होते हैं जिसमें हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत नहीं होती लेकिन मामले की गंभीरता बढ़ जाती है। ऐसे मामले लंबे समय तक समस्या नहीं देते लेकिन व्यक्ति को अक्षम कर सकते हैं. उदाहरण के लिए Anaphylaxis से ठीक होने वाले नॉन हॉस्पिटलाइज मामले, 102 डिग्री से ज़्यादा बुख़ार, हाइपोटोनिक हाइपो रेस्पॉन्सिव एपिसोड, sepsis आदि.
3. सीरियस/बहुत गंभीर AEFI- इसमें मौत, हॉस्पिटलाइजेशन, अक्षम हो जाना, एक पूरे इलाके में या समूह पर एक सा नकारात्मक प्रभाव पड़ना इसमें शामिल है। इसके अलावा टीका लगने के बाद मीडिया रिपोर्ट/ कम्युनिटी या अभिभावकों की चिंता भी इसमें शामिल हैं.