समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की बधाई दी. अखिलेश ने इस दौरान इशारों ही इशारों में अध्यक्ष ओम बिरला से निष्पक्ष रहने और विपक्षी सांसदों की आवाज न दबाए जाने का आग्रह किया. इस दौरान अखिलेश यादव ने नई लोकसभा को लेकर ऐसी बात कह दी कि सभी सासंद अध्यख ओम बिरला की कुर्सी के पीछे की दीवार को बड़ी गौर से देखने लगे. वहीं, पिछली सीट पर बैठीं अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मुस्कुरा उठीं.
अखिलेश यादव ने बिरला को बधाई देते हुए कहा वह स्पीकर दोबारा चुने जाने पर बधाई देते हैं. जिस पद पर आप बैठे हैं, उससे बहुत गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं. मुझे उम्मीद है कि यह बिना भेदभाव के आगे बढ़ेगा. आप हर सांसद और हर दल को बराबरी का मौका देंगे. निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है. आप इस मुख्य पद पर मुख्य न्यायाधीश की तरह बैठे हैं. इस सबकी अपेक्षा है कि किसी की आवाज दबाई जाए और न किसी के निष्कासन जैसी कार्रवाई सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाए. आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है, लेकिन सत्ता पक्ष पर भी रहे.
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश ने अध्यक्ष महोदय से निष्पक्ष रहने का आग्रह करते हुए कहा, "अध्यक्ष महोदय आपके इशारे पर सदन चले, इसका उल्टा न हो. हम आपके हर न्याय संगत फैसले के साथ खड़े हैं. मैं एक बार फिर आपको इस अध्यक्ष पद पर बैठने के लिए बधाई देता हूं. मैं इस सदन में पहली बार आया हूं, मुझे लगा कि हमारे स्पीकर की कुर्सी बहुत ऊंची होगी, क्योंकि मैं जिस सदन को छोड़कर आया हूं, उस सदन की कुर्सी बहुत ऊंची है. मैं किससे कहूं कि यह कुर्सी और ऊंची हो जाए."
अखिलेश यादव ने कहा, "जहां ये नया सदन है, वहीं मैं आपकी पीठ के पीछे देख रहा हूं कि पत्थर तो सही लगे हैं, सबकुछ अच्छा लगाया है. लेकिन उस दरार में मुझे कुछ सीमेंट अभी तक लगा नजर आ रहा है. अध्यक्ष महोदय मुझे यह उम्मीद है कि आप जितना सत्ता पक्ष का सम्मान करेंगे, उतना ही विपक्ष का भी सम्मान करके हमें अपनी बात करने का मौका देंगे. हम हर तरीके से आपके साथ हैं."
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