पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अपने निवास-कोलकाता राज भवन- के बाहर सोमवार और मंगलवार को हुए प्रदर्शन पर गंभीर आपत्ति जताई है. उन्होंने मंगलवार सुबह ट्वीट करके इस मामले में शहर के पुलिस प्रमुख से शाम 5 बजे तक स्पष्टीकरण मांगा है. नारदा रिश्वत मामले में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में यह प्रदर्शन किया गया था. सोमवार का प्रदर्शन रूटीन था लेकिन मंगलवार के प्रदर्शन में आठ भेड़ों, जिसमें छह सफेद थीं और दो काली, को भी शमिल किया था. कुर्ता और जींस पहने एक शख्स इन्हें लेकर आया था. बार बार के इस प्रदर्शन को लेकर राज्यपाल ने खासी नाराजगी जताई है. सीएम ममता बनर्जी और कोलकाता प्रमुख को टैग करते हुए राज्यपाल ने अपने ट्वीट में लिखा, 'राजभवन के मुख्य प्रवेश द्वार पर भी कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है और यह सब पुलिस के रुख से तब हो रहा है जब यह क्षेत्र निषेधाज्ञा के अधीन है.'
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प्रदर्शन में भेड़ों को लाने वाले युवा ने बाद में अपनी पहचान सुमन मित्रा के रूप में बताई. उसने कहा कि वह CADPC (Citizens Against Dirty Politics and Corruption) का सदस्य है और राज्य में कोविड-19 संकट को लेकर राज्यपाल की उदासीनता को लेकर प्रदर्शन कर रहा है. उसने कहा, 'इस संकट के समय बेड नहीं हैं, अस्पताल नहीं हैं.' गौरतलब है कि अप्रैल माह के पहले सप्ताह के बाद से बंगाल में कोरोना के केसों की संख्या में इजाफा हुआ है. राज्य में इस समय कोरोना के 1.3 लाख एक्टिव केस हैं. मंगलवार के प्रदर्शन में मित्रा की ओर से 'चौपाये' को लाए जाने से मौके पर तैनात पुलिस एक क्षण को तो हतप्रभ रह गई, बाद में उन्होंने इन्हें हटाया. बहरहाल, अब राज्यपाल ने इस मामले में पुलिस प्रमुख से स्पष्टीकरण मांगा है.