पश्चिम बंगाल में मंगलवार को एक पटाखे बनाने वाली फैक्ट्री में हुए विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई और कुछ अन्य लोग घायल हुए हैं. धमाका इतना जबरदस्त था कि फैक्ट्री के अहाते में लाशें बिखरी पड़ी थीं. इस घटना के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है. पूर्व मेदिनीपुर के एगरा में घटना की जांच करने के लिए पहुंची पुलिस पर गुस्साए स्थानीय लोगों ने हमला बोल दिया. पुलिस ने कहा कि ओडिशा सीमा के नजदीक मौजूद इस कारखाने का मालिक पड़ोसी राज्य में भाग गया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अवैध पटाखा फैक्ट्री चलाने वाले शख्स को पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार किया था और इसके लिए उस पर आरोप भी लगाए गए थे. उन्होंने कहा, "जमानत मिलने के बाद उसने फिर से काम करना शुरू कर दिया." उन्होंने मामले को सीआईडी को सौंपा है.
तृणमूल पर बम बनाने का आरोप
भाजपा ने राज्य में पंचायत चुनावों से पहले तृणमूल पर बम बनाने का आरोप लगाया और विस्फोट की जांच की मांग की. घटना भाजपा समर्थित पंचायत क्षेत्र की है. प्रदेश में भाजपा के प्रमुख सुकांत मजूमदार ने कहा, "यह एक टीएमसी नेता के कारखाने में हुआ जहां बम बनाए जा रहे थे. यह पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा कर रहा है."
अमित शाह से संज्ञान लेने का आग्रह
उन्होंने कहा, ''क्या टीएमसी पंचायत चुनाव से पहले लोगों को डराने के लिए व्यापक पैमाने पर बम बना रही है.'' साथ ही उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से घटना का संज्ञान लेने और मामले की जांच का आग्रह किया है.
'तृणमूल का लेना-देना नहीं'
ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया कि यह एक अवैध पटाखा फैक्ट्री थी और कानून व्यवस्था को लेकर कोई स्थिति नहीं है. उन्होंने कहा, "यह कानून व्यवस्था से जुड़ी घटना नहीं है. यह एक अवैध पटाखा फैक्ट्री थी. मेरे दोस्त एनआईए, एनआईए चिल्ला रहे हैं. हमें कोई आपत्ति नहीं है. हम पहले से ही जांच कर रहे हैं, लेकिन हमारी सिर्फ एक ही मांग है कि अपराधी पकड़ा जाए." मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत क्षेत्र भाजपा के नियंत्रण में था और अवैध कारखाने से तृणमूल का कोई लेना-देना नहीं है.
'क्या यह राजनीति करने का समय है?'
बनर्जी ने कहा, "उन्होंने लोगों को अस्पताल नहीं जाने दिया. क्या यह राजनीति करने का समय है? पुलिस को शवों को निकालने की अनुमति नहीं दी. यह उन्हीं के नेताओं का जिला है, तो उनका एक फार्मूला है." उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा, "वास्तविक अपराधी आपको भड़का रहे हैं. पुलिस और फायर ब्रिगेड को अपना काम करने दें."
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