पश्चिम बंगाल (West Bengal)की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (Triamool Congress) की अपने बागी नेता सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) के साथ 'सुलह' की उम्मीदों में नया पेच फंसा है. अधिकारी ने हाल ही में बंगाल के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. मंगलवार को सुलह की कोशिशों की अगुवाई करने वाले तृणमूल नेता सौगत राय ने मीटिंग की जानकारी लीक होने पर नाराजगी जताई है. तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय ने बुधवार को कहा, 'मैंने आपको सच्चाई बयान की थी कि कल शाम की मीटिंग में क्या हुआ और पांच लोगों की मौजूदगी में क्या फैसला किया गया था?' उन्होंने कहा, 'यदि सुवेंद्र के मन में कुछ बदलाव आया हो तो इस बारे में उन्हें फैसला करना और आपको बताना है.'
सुवेंदुु अधिकारी से बैठक के बाद तृणमूल कांग्रेस ने 'सभी समस्याएं सुलझाने' का किया दावा
मंगलवार रात को ईस्ट मिदनापुर स्थित अपने गृहनगर कांती (Kanthi) लौटे अधिकारी ने फोन कॉल्स और टेक्स्ट मैसेज पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. एक सहयोगी ने बताया कि अधिकारी की प्रेसमीट पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को होगी, हालांकि इसके समय और स्थान के बारे में अभी जानकारी नहीं है. बंगाल में अगले वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल पार्टी का इस बात की चिंता सता रही कि नाराज सवेंदु अधिकारी उसके लिए अड़चन पैदा कर सकते हैं, ऐसे में उन्हें 'साधने' की कोशिश की जा रही है. तृणमूल कांग्रेस को बीजेपी से इस समय कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.
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माना जा रहा है कि नंदीग्राम से विधायक सुवेंदु का राज्य की 294 सीटों में से 30 से 50 सीटों पर असर है, उनके पिता और भाई भी पार्टी से सांसद रह चुके हैं. यदि सुवेंद्र 'निष्ठा' नहीं बदलते है तो भी पार्टी के उनका बाहर होना माल्दा, मुर्शिदाबाद, पुरुलिया, बांकुरा और वेस्ट मिदनापुर के पार्टी कार्यकर्ताओं/नेताओं का मनोबल कमजोर कर सकता है. यहां अधिकारी पार्टी इंचार्ज थे. इनमें से कइ नेता अधिकारी के खिलाफ पार्टी सांसद और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की तल्ख टिप्पणियों से नाराज हैं. रविवार को अभिषेक बनर्जी ने अधिकारी का नाम लिए बगैर, पार्टी का शीर्ष पद हासिल करने के लिए उन पर शार्टकट इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था.
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