दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में भूकंप के झटकों के बाद मौसम का मिजाज शनिवार को कुछ बदला-बदला सा रहा. शनिवार को दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में घना कोहरा देखने को मिला. घने कोहरे की वजह दृश्यता कम हो गई है और लोगों को सड़क पर चलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कोहरे के कारण शनिवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी में गाड़ियां रेंगती हुई नजर आईं. साथ ही दिल्ली में वायु गुणवत्ता भी "काफी खराब" श्रेणी में रही.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली के गाजीपुर, मयूर विहार समेत दिल्ली-एनसीआर में कई हिस्सों में सुबह घना कोहरा देखा गया. वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान तथा अनुसंधान प्रणाली के मुताबिक, दिल्ली में एयर क्वालिटी 'बेहद खराब' श्रेणी में रही.
मौसम विभाग (IMD) ने 13 से 15 फरवरी तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कई हिस्सों में सुबह घने से बेहद घना कोहरा रहने का अनुमान जताया है. इन इलाकों में 16-17 फरवरी की सुबह भी घना कोहरा देखने को मिल सकता है. उत्तर पश्चिमी राजस्थान और पश्चिम बंगाल में अलग-अलग हिस्सों में भी 13 और 14 फरवरी को घना कोहरा देखने को मिल सकता है.
उत्तर भारत में शुक्रवार रात को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप से दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाके थर्रा उठे. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर निकल पड़े. भूकंप का असर हरियाणा, राजस्थान, जम्मू कश्मीर में भी दिखा. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान था और रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 6.3 दर्ज की गई.