बिहार की विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश साहनी (Vikassheel Insaan Party chief Mukesh Sahni) की भी बिहार की राजनीति में सक्रियता बढ़ गई है. बिहार में एनडीए की सरकार कैसी चल रही है? इस सवाल पर वीआईपी (VIP) पार्टी के नेता मुकेश साहनी ने NDTV से कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जी के नेतृत्व में बहुत अच्छे से हम लोग काम कर रहे हैं. कोरोना महामारी की दूसरी लहर से हम लोग भी परेशान हुए, लेकिन अब स्थिति सामान्य हो चुकी है. चुनौतियां बहुत हैं लेकिन उनका कम सामना कर रहे हैं. मुख्यमंत्री का 17-18 साल का अनुभव है, उनके नेतृत्व में हम मजबूती के साथ सरकार चला रहे हैं. निश्चित रूप से 19 लाख युवाओं को रोजगार देने की चुनौती है. उस पर हम लोग काम कर रहे हैं, ब्लू प्रिंट बना रहे हैं. हमने जो वादे किए उन पर खरे उतरने का काम करेंगे. हम सरकार को समय-समय पर 19 लाख रोजगार का वादा याद दिलाते रहेंगे.
साहनी ने सरकार पर दबाव बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार तो हमारी ही है, हमें तो याद रखना है कि जो 19 लाख रोजगार का वादा किया है, वो याद रखना है. मुझे लगेगा कि कहीं बात रखनी हैं तो हम रखेंगे. जीतन राम मांझी और मुकेश साहनी के मिलकर बिहार में एनडीए सरकार (Bihar NDA Government) पर दबाव बनाने की बात को उन्होंने गलत बताया. शराबबंदी से जुड़ी समस्याओं पर साहनी ने कहा कि निचले तबके के जो लोग परेशान हैं. यह सच है कि कई लोग शराब बंदी में गलत कर रहे हैं. इसका शिकार निचले तबके के लोग हो जाते हैं.
साहनी ने कहा कि एनडीए की सरकार अच्छा काम कर रही है. कोरोना की दूसरी लहर से परेशान हुई थी, लेकिन स्थिति अब सामान्य है. बिहार में सरकार मज़बूती से चल रही है. चुनौतियां हैं, लेकिन हम काम कर रहे हैं. जो वादे किए हैं उन पर खरा उतरने का काम करेंगे.एनडीए में सब मिलकर काम कर रहे हैं. हम तो बीजेपी के नेताओं से मिलते रहते हैं, मांझी जी भी अपनी बात रखते हैं, निचले तबके के लोग परेशान हैं
शराबबंदी को लेकर सोचना चाहिए. जो गलत कर रहे हैं उन्हें जेल में डाला जाए. बड़े लोगों पर उंगली नहीं उठाई जा रही है. प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए.साहनी ने साफ कहा, मैं किसी के खिलाफ़ नहीं लड़ रहा हूं. मैं अपनी जीत के लिए लड़ रहा हूं. हमारे साथ भेदभाव क्यों है. हमारी पार्टी का एजेंडा है कि निषाद समाज के साथ न्याय हो और उन्हें आरक्षण का लाभ मिले.
आज भले ही मैं मंत्री हूं, लेकिन पहले अनशन पर रहा था. बिहार में हमारी पार्टी मज़बूत है. कोशिश है कि 2024 में हमारे 20-25 सांसद हों. हमने यूपी में 150 सीटें चिन्हित की हैं और हम आगे की परवाह नहीं करते. साहनी ने कहा कि वह संघर्ष करने वाले इंसान हैं और सोने की चम्मच लेकर पैदा नहीं हुए हैं.अच्छी बात है कि बीजेपी की नज़र हमारे एमएलए पर है. हमें तो काम करना है और खैरात में कुछ नहीं चाहिए.