लोकसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने वाले बिल के पास होने के बाद कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने इस बिल के बिना चर्चा के पास होने का विरोध किया. थरूर ने एनडीटीवी से कहा, "सरकार ने गलत किया है, इससे पहले कानून को रिपील करने के लिए लाए गए बिल पर चर्चा लोकसभा में हुई था. हम किसानों के लिए एमएसपी कानून, आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मृत्यु हुई है उनके परिवारजनों को मुआवजा जैसे मसले संसद में उठाना चाहते थे, लेकिन सरकार ने हमें मौका नहीं दिया. यह बहुत गलत हुआ है."
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इससे पहले सोमवार को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने हंगामे के बीच लोकसभ में तीनों कृषि कानून वापस लेने के लिए बिल पेश किया था जिसे पास भी कर लिया गया, हालांकि विपक्ष बिल पर चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है. गौरतलब है कि 19 नवंबर को देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी. पीएम मोदी ने सभी किसानों को आंदोलन खत्म कर घरों व खेतों में लौट जाने की अपील की थी. हालांकि किसानों ने अभी तक दिल्ली बॉर्डर खाली नहीं किया है.
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इससे पहले कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा और बसपा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है. वहीं बाजवा ने देशभर के सभी मार्जिनल किसानों का कर्ज भी माफ करने की मांग की. जबकि सासंद सतीश चंद्र मिश्रा ने किसानों के लिए नया कानून बनाने की भी मांग की.
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