अमेरिकी वायुसेना के दो विशालकाय सैन्य परिवहन विमान चिकित्सा सामग्री लेकर भारत के लिए रवाना हो चुके हैं. कोरोना के मामलों की सुनामी से परेशान भारत के लिए अमेरिका की ओर से यह राहत सामग्री की एक और खेप है. भारत अभी कोरोना वायरस की दूसरी भयानक लहर का सामना कर रहा है. अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (US Secretary of Defence Lloyd Austin ) ने एक विमान का वीडियो ट्वीट किया, जब वह वायुसेना के एयरबेस से उड़ान भरने वाला था.
ऑस्टिन ने ट्वीट कर कहा, फिलहाल अमेरिकी वायुसेना (usairforce) के सी-5एम सुपर गैलेक्सी और सी-17 ग्लोबमास्टर विमान भारत के लिए रवाना हो चुके हैं. ये विमान ऑक्सीजन सिलेंडर (oxygen cylinders), रेगुलेटर्स, रैपिड डायग्नोस्टिक किट, एन95 मास्क और पल्स ऑक्सीमीटर से लैस हैं. रक्षा मंत्री ने @USAID और इस प्रयास में शामिल सभी लोगों का आभार जताया. अमेरिका ने गुरुवार को ऐलान किया था कि वह 10 करोड़ डॉलर से ज्यादा की राहत सामग्री भारत भेज रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की भारत को सहायता देने के ऐलान के बाद यह कदम उठाया गया है. पहली खेप में 9 लाख 60 हजार रैपिड टेस्ट किट भी हैं, जिनसे कोविड वायरस होने की पुष्टि 15 मिनट में की जा सकती है. इसके अलावा इसमें एक लाख एन95 मास्क है. यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) ने यह जानकारी दी है. व्हाइट हाउस ने कहा कि जिस तरह से कोरोना के शुरुआती दौर में भारत ने अमेरिका की मदद की थी. उसी तरह अमेरिका जरूरत के इस समय में भारत की मदद करने को प्रतिबद्ध है.
व्हाइट हाउस के अनुसार, अमेरिका 2 करोड़ वैक्सीन डोज बनाने के लिए आवश्यक सामग्री भी भारत भेज रहा है. एएफपी के मुताबिक, यह सप्लाई अमेरिका द्वारा एस्ट्राजेनेका वैक्सीन ( AstraZeneca vaccine) के उत्पादन के आदेश को निरस्त करते हुए की जा रही है. अमेरिका ने इस वैक्सीन के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी है, हालांकि शुरुआती दौर में इसके लिए ऑर्डर दिया था.