वैश्विक खुदरा कंपनी वालमार्ट की योजना 2027 तक देश से अपना निर्यात तीन गुना बढ़ाकर प्रतिवर्ष 10 अरब डॉलर करने की है. कंपनी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. कंपनी ने एक बयान में कहा इसके लिए वह खानपान, दवा, उपभोक्ता उत्पाद, स्वास्थ्य उत्पाद, परिधान, गृहसज्जा, इत्यादि श्रेणी में निर्यात का विस्तार करेगी. इन क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देने से नए आपूर्तिकर्ताओं के लिए अवसर पैदा होंगे.
कंपनी ने कहा कि उसकी नयी प्रतिबद्धता ‘‘2027 तक भारत में बने 10 अरब डॉलर मूल्य के सामानों का हर साल निर्यात करना है.'' कंपनी की इस प्रतिबद्धता से भारत में सूक्ष्म, लघु और मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) को बढ़ावा मिलेगा. कंपनी इसके लिए ‘फ्लिपकार्ट समर्थ' तथा ‘वॉलमार्ट वृद्धि' आपूर्तिकर्ता विकास कार्यक्रम के माध्यम से प्रयास करती रहेगी.
इस बारे में वालमार्ट इंक के अध्यक्ष और मुख्य कार्याधिकारी डग मैकमिलन ने कहा, ''दुनियाभर के ग्राहकों और समुदायों के लिए मूल्यवर्द्धन करने वाली अंतरराष्ट्रीय खुदरा कंपनी के तौर पर वॉलमार्ट जानती है कि वैश्विक खुदरा क्ष्ज्ञेत्र की सफलता में स्थानीय उद्यमियों एवं विनिर्माताओं भूमिका कितनी अहम है.''
उन्होंने कहा, ‘‘हमें यकीन है कि भारतीय आपूर्तिकर्ता वालमार्ट द्वारा वैश्विक स्तर पर उपलब्ध कराए जाने वाले अवसरों के चलते अपने व्यवसाय में विस्तार कर सकते हैं.'' मैकमिलन ने कहा, ''आने वाले वर्षों में अपने सालाना भारतीय निर्यात में तेजी लाकर, हम भारत में विनिर्माण पहल को समर्थन देकर ज्यादा से ज्यादा स्थानीय कारोबारों को अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों तक पहुंचने का अवसर दिलाते हुए, भारत में नई नौकरियां पैदा करने और समृद्धि लाने की राह भी खोलेंगे. वालमार्ट दुनियाभर में इसी तरीके से भारत में निर्मित उच्च गुणवत्ता के उत्पादों को लाखों ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराता है.'' वालमार्ट भारत से पिछले 20 वर्षों से भी अधिक समय से स्थानीय उत्पादों का निर्यात कर रही है.