केरल के नगर निकाय चुनाव के दौरान तिरुवनंतपुरम में सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली बीजेपी ने आखिरकार मेयर का चुनाव जीत लिया. तिरुवनंतपुरम में वीवी राजेश बीजेपी से मेयर चुने गए हैं. हालांकि सेवानिवृत्त डीजीपी आर श्रीलेखा को महापौर पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. केरल विधानसभा चुनाव के कुछ महीनों पहले ये जीत बीजेपी के लिए बड़ी संजीवनी का काम कर सकती है.वीवी राजेश के तौर पर तिरुवनंतपुरम नगर निगम में भाजपा ने पहली बार परचम लहराया है. यहां 45 सालों से लेफ्ट पार्टियों के शासन का अंत हुआ है.
राजेश को बीजेपी के 50 पार्षदों के साथ एक निर्दलीय का समर्थन भी मिला. 101 सीटों वाले तिरुवनंतपुरम नगर निगम में मेयर के चुनाव में एलडीएफ उम्मीदवार आरपी शिवाजी को 29 और यूडीएफ प्रत्याशी को 17 वोट ही हासिल हुए. जीत के बाद राजेश ने कहा, हम सब मिलकर आगे बढ़ेंगे, सबको साथ लेकर चलेंगे. सभी 101 वार्डों में विकास कार्य आगे बढ़ाए जाएंगे. तिरुवनंतपुरम को देश के एक विकसित शहर में बदलेंगे.
नगर निगम के नवनियुक्त भाजपा पार्षदों और जिले के नेताओं की शुक्रवार को बैठक हुई. इसमें केरल भाजपा के महासचिव एस सुरेश ने इसकी घोषणा की. केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में बीजेपी इसे अपने लिए बड़ी जीत मान रही है.
कौन हैं तिरुवनंतपुरम के मेयर वी.वी. राजेश
आर श्रीलेखा को तिरुवनंतपुरम मेयर पद का दावेदार माना जा रहा है. हालांकि तमाम चर्चा के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व की राय से राजेश के नाम पर मुहर लगी. राजेश दो बार पार्षद, केरल भाजपा सचिव, पूर्व भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा अध्यक्ष और तिरुवनंतपुरम जिला अध्यक्षभी रह चुके हैं. राजेश ने लेफ्ट शासित तिरुवनंतपुरम नगर निगम में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाया था.
कितनी सीटें मिलीं
भाजपा ने तिरुवनंतपुरम नगर निगम में 50 सीटें जीतकर इतिहास रचा था. साथ ही 45साल पुराने लेफ्ट के गढ़ ढहा दिया था. कांग्रेस के UDF ने सीटें बढ़ाकर 19 की थीं. जबकि एलडीएफ को 29 सीटें ही मिल पाई थीं.














