कोविड-19 की दूसरी लहर और सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के सातवें चरण के तहत राज्य की 34 सीटों पर सोमवार सुबह सात बजे से मतदान आरंभ हो गया, अधिकांश मतदान केंद्रों पर मतादाताओं की लंबी कतारें देखी गई. लोग कोरोना से बचाव के उपायों का पालन करते हुए अपने-अपने मतदान केंद्रों पर अपनी बारी आने का इंतजार करते दिखे. इस चरण में 86 लाख से अधिक मतदाता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गृह निर्वाचन क्षेत्र भवानीपुर सहित 34 सीटों पर 284 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे.
एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव के पूर्व के चरणों में हुई हिंसा के मद्देनजर सातवें चरण के मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ज्ञात हो कि चौथे चरण में कूचबिहार में मतदान के दौरान हिंसा हो गई थी जिसमें पांच लोगों मारे गए थे. उन्होंने बताया कि निर्वाचन इकाई ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए इस चरण में केंद्रीय बलों की कम से कम 796 कंपनी तैनात की गई है.
अधिकारी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल का कड़ा अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए गए हैं. राज्य में एक दिन में कोविड-19 के सबसे अधिक 15,889 मामले रविवार को आए थे जबकि 57 ओर लोगों की मौत हो गई.
सातवें चरण में मुर्शिदाबाद और पश्चिम वर्द्धमान जिलों की नौ विधानसभा सीटों तथा दक्षिण दिनाजपुर और मालदा जिलों की छह-छह सीटों और कोलकाता की चार सीटों के 12,068 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जा रहे हैं. इनमें भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र भी शामिल है जहां से तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी मौजूदा विधायक हैं और वह इसी क्षेत्र की निवासी हैं.
बनर्जी ने इस बार नंदीग्राम से चुनाव लड़ा है और अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र से अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के विद्युत मंत्री सोभनदेब चट्टोपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा ने भवानीपुर से अभिनेता रुद्रनील घोष को अपना उम्मीदवार बनाया है जो तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भगवा दल में शामिल हो गए थे.
राज्य में छह चरण का मतदान पहले ही समाप्त हो चुका है. आखिरी एवं आठवें चरण का मतदान बृहस्पतिवार को होगा. मतों की गिनती दो मई को होगी.