बॉस से मिन्नत कर ली छुट्टी, लैपटॉप टेबल पर छोड़ स्टेडियम दौड़ी, विराट की जबरा फैन फिर नहीं लौटी

RCB Victory Parade Stampede: आरसीबी की विक्ट्री परेड में शामिल होने के लिए देवी ने अपने बॉस से छुट्टी की मिन्नतें कीं. दोपहर को करीब 2.30 बजे ऑफिस से कुछ घंटे की छुट्टी की मंजूर हुई. फिर क्या था लैपटॉप टेबल पर छोड़कर वह स्टेडियम की तरफ दौड़ पड़ी, फिर वापस ही नहीं लौटी.

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Bengaluru Stadium Stampede Death ऑफिस से छुट्टी लेकर स्टेडियम पहुंची लड़की की मौत. (सांकेतिक फोटो)

बेंगलुरु:

बेंगलुरु (Bengaluru Stampede) में IPL चैंपियन बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स (RCB) की विक्ट्री परेड के दौरान बुधवार शाम जो हुआ, वह दिल दहला रहा है. चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़ में 11 जिंदगियां बिखर गईं. भारत में क्रिकेट को जिया जाता है, लेकिन बुधवार की मनहूस शाम इसकी दीवानगी जानलेवा साबित हुई. विराट कोहली और आरसीबी के लाखों जबरा फैन चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जुटे थे. बस एक झलक पाने को सभी बेताब थे, लेकिन तभी भगदड़ मच गई. जान गंवाने वालों में बेंगलुरु की टेक कंपनी में काम करने वाली देवी भी थीं. देवी, कोहली की जबरा फैन थीं. शहर में होने वाला कोई भी मैच छोड़ती नहीं थी. लेकिन विक्ट्री परेड वाले दिन उसे टिकट ही नहीं मिला. किस्मत का ये इशारा देवी समझ ही नहीं पाईं और दफ्तर का कामकाज छोड़ वह स्टेडियम की तरफ दौड़ पड़ीं और फिर वापस नहीं लौटीं. भगदड़ में देवी की मौत हो गई. दरअसल अफवाह उड़ गई थी कि स्टेडियम के गेट पर RCB की तरफ से फ्री पास बांटे जा रहे हैं. 

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ऑफिस से छुट्टी लेकर विक्ट्री परेड देखने पहुंची, हुई मौत

आरसीबी की विक्ट्री परेड में शामिल होने के लिए देवी ने अपने बॉस से छुट्टी की मिन्नतें कीं. दोपहर को करीब 2.30 बजे ऑफिस से कुछ घंटे की छुट्टी की मंजूर हुई. फिर क्या था देवी की खुशी का तो जैसे ठिकाना ही नहीं रहा. लैपटॉप टेबल पर छोड़कर वह स्टेडियम की तरफ दौड़ पड़ी. वह कहां जानती थी कि मौत उसकी राह देख रही है. स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ में उसकी जान चली गई. 

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Photo Credit: PTI

अब भी मेज पर पड़ा है देवी का लैपटॉप

नम आंखों के साथ उसकी दोस्त ने बताया कि देवी का लैपटॉप अभी भी मेज पर पड़ा है. उसने बताया कि बेंगलुरु में आने के बाद उसने यहां होने वाला एक भी मैच मिस नहीं किया था. जब उसे पता चला कि स्टेडियम में जाने के लिए टिकट शायद मिल जाए तो वह वहां जाने के लिए बेचैन हो उठी. इस मौके को वह छोड़ना नहीं चहती थी. पहले जब उसने चेक किया था तब तक ऑनलाइन टिकट उपलब्ध ही नहीं थे. 

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दीवानगी बनी मौत की वजह

देवी ने फिर भी उम्मीद नहीं छोड़ी और ऑफिस से कुछ घंटों की छुट्टी लेकर चिन्नास्वामी स्टेडियम की तरफ दौड़ पड़ी. उसे लगा था कि शायद वहां जाकर टिकट का कोई इंतजाम हो जाए. देवी ने ऑफिस से निकलते ही अपनी दोस्त को मैसेज किया कि स्टेडियम जाने के लिए वह मेट्रो ले रही है. ये देवी की आखिरी आवाज थी, जो उसकी दोस्त ने सुनी थी. इसके बाद देवी नहीं लौटी. फिर जो हुआ वह किसी से छिपा नहीं है. 

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Photo Credit: IANS

भगदड़ में दवी की मौत, ऑफिस में सन्नाटा

चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर ऐसी भगदड़ हुई, जिसकी कल्पना किसी भी क्रिकेट फैन ने शायद ही की होगी. फ्री टिकट मिलने की अफवाह के बाद गेट नंबर 7 के बाहर एसी भगदड़ मची कि लोग एक दूसरे पर गिरने लगे. लाखों की भीड़ में दबे लोग एक दूसरे के ऊपर ऐसे गिरे कि उठ ही नहीं सके. किसी का दम घुट गया तो कोई भीड़ के नीचे दब गया. देवी भी इस हादसे का शिकार हो गई. अब वह कभी वापस नहीं लौटेगी. बता दें कि चिन्नास्वामी स्टेडियम की क्षमता महज 40 हजार लोगों की है लेकिन वहां पर 2-3 लाख लोग पहुंच गए और बड़ा हादसा हो गया.

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