BJP कार्यकर्ता की हत्या से बंगाल में हिंसा भड़की; अनुराग ठाकुर बोले-"बम, बंदूक और गोलियां..."  

तमलुक लोकसभा सीट भाजपा और टीएमसी दोनों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है. यह सुवेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी का गढ़ रहा है. टीएमसी इसे एक बार फिर से वापस पाना चाहती है.

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भाजपा के प्रदर्शन के दौरान बंगाल पुलिस एक युवक को पकड़ कर ले जाती हुई.
कोलकाता:

पश्चिम बंगाल के तमलुक लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नंदीग्राम में कुछ बाइक सवार लोगों ने एक महिला के घर पर गोलीबारी की. इसमें उसकी मौत हो गई. भाजपा ने दावा किया है कि कल रात मारी गई महिला उसकी कार्यकर्ता थी. महिला की पहचान नंदीग्राम के सोनाचुरा इलाके की निवासी रतिबारा अरी के रूप में हुई. गोलीबारी की घटना में कई अन्य लोग घायल हो गए और कम से कम सात का अस्पताल में इलाज चल रहा है. क्षेत्र में आज इसको लेकर भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया. इलाके में कई जगह छिटपुट हिंसा भी देखी गई है. कुछ उपद्रवियों ने कुछ दुकानों में आग भी लगा दी.

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भाजपा ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद की हिंसा के एक पैटर्न की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने कहा, "जब भी पश्चिम बंगाल में चुनाव होता है, गोलियां चलने लगती हैं और विस्फोट की आवाजें सुनाई देती हैं. बम, बंदूक और गोलियां मतपत्र पर भारी पड़ती दिख रही हैं. ममता बनर्जी के शासन में महिलाओं के खिलाफ हिंसा और क्रूरता खुलेआम हो रही है. एक के बाद एक शर्मनाक घटनाएं हो रही हैं. एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद यह सब हो रहा है, यह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है.”

तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि कथित हत्या भाजपा के भीतर अंदरूनी कलह का नतीजा है, वह टीएमसी को बदनाम करने की कोशिश कर रही है.

टीएमसी के वरिष्ठ नेता शांतनु सेन ने कहा, ''सिर्फ नंदीग्राम या पूर्वी मिदनापुर ही नहीं, पूरे देश में पुरानी और नई बीजेपी के बीच लड़ाई चल रही है. नंदीग्राम में महिला की मौत उसी का नतीजा है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने के लिए कोशिशें की जा रही हैं.  जो पार्टी अपने काम के बारे में, अपने समर्थन के बारे में और मौजूदा चुनाव जीतने के बारे में आश्वस्त होती है, वह गुंडागर्दी के रास्ते पर नहीं चलती है."

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तमलुक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करना तृणमूल कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय है. नंदीग्राम विधानसभा के विधायक भाजपा के सुवेंदु अधिकारी हैं. वह राज्य में विपक्ष के नेता हैं. उन्होंने 2021 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराया था. वहीं नंदीग्राम ममता बनर्जी के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी क्षेत्र में स्थित सिंगूर में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन कर 2011 में वाम मोर्चा सरकार को हटाने में तृणमूल कांग्रेस को सफलता मिली थी और ममता बनर्जी को इसका श्रेय दिया जाता है.

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तमलुक लोकसभा सीट को लेकर चल रही चर्चा में भाजपा की पसंद का उम्मीदवार भी शामिल है. पार्टी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय को मैदान में उतारा है, जिन्होंने मार्च में इस्तीफा दे दिया था और इसके तुरंत बाद भाजपा में शामिल हो गए थे. उनके प्रतिद्वंद्वी टीएमसी के देबांगशु भट्टाचार्य हैं, जो 2021 विधानसभा चुनाव के लिए 'खेला होबे' गीत लिखने के लिए जाने जाते हैं.
 

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