तमिलनाडु हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए जांबाज सैन्य अफसर ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर का शु्क्रवार को बरार स्क्वेयर श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया. बेहद भावनात्मक माहौल में ब्रिगेडियर की पत्नी गीतिका और बेटी आशना लिड्डर ने नम आंखों से उन्हें 'अंतिम विदाई' दी. न्यूज एजेंसी ANI की ओर से शेयर किए गए भावना से भरे दृश्यों में गीतिका (Geetika Lidder) को अपने पति के राष्ट्रीय ध्वज से लिपटे ताबूत के आगे भरी आंखों से सिर झुकाए और इसे किस करते देखा जा सकता है. ब्रिगेडियर लिड्डर (Brigadier LS Lidder) की बेटी आशना भी मां के साथ है और गुलाब की पंखुड़िया पिता की पार्थिव देह पर समर्पित कर रही है. ब्रिगेडियर की पत्नी ने कहा, 'हमें उन्हें अच्छी 'विदाई' देनी चाहिए, मुस्कुराते हुए विदा करना चाहिए. मैं एक सैनिक की पत्नी हूं, यह एक बड़ा नुकसान है.... '
ब्रिगेडियर लिड्डर (Brig LS Lidder) की बेटी आशना ने कहा, 'मैं 17 वर्ष की होने जा रही हूं. वे 17 साल तक हमारे साथ रहे, हम उनकी खुशनुमा यादों के साथ आगे बढ़ेंगे. यह देश का बड़ा नुकसान है. मेरे पिता मेरे हीरों थे, मेरे सर्वश्रेष्ठ दोस्त. शायद यह तकदीर में था और बेहतर चीजें हमारी राह में आएंगे. वे मेरे सबसे बड़े प्रेरणास्रोत थे. '
गौरतलब है कि ब्रिगेडियर लिड्डर की जड़े हरियाणा के पंचकूला से थीं. वे एक वर्ष से अधिक समय से जनरल रावत के स्टाफ में डिफेंस असिस्टेंट के तौर पर थे. उनके नाम को मेजर जनरल के तौर पर प्रमोशन के लिए मंजूरी मिली थी और बतौर डिवीजन ऑफिसर चार्ज लेने के लिए उन्हें जल्द ही जनरल रावत के स्टाफ को छोड़ना था लेकिन इससे पहले ही इस हादसे में उनकी जान चली गई. (ANI से इनपुट)