राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) को मंगलवार उस वक्त शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, जब उन्होंने शिक्षकों के बीच उनकी ट्रांसफर-पोस्टिंग में घूसखोरी को लेकर सवाल पूछ लिया. गहलोत ने जब शिक्षकों से सवाल किया तो उन्होंने एक सुर में कहा कि उन्हें ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए घूस देनी पड़ती है. इस दौरान कार्यक्रम में राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद डोटसरा भी मौजूद थे. शिक्षकों ने बताया कि उन्हें स्थानीय विधायकों के जरिये ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए पैरवी करनी पड़ती है और इसके लिए घूस भी देनी पड़ती है.
गहलोत के सवाल और उस पर शिक्षकों के जवाब से जु़ड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. इसमें गहलोत शिक्षकों के बीच ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए घूस देने के मुद्दे पर सवाल उठाते प्रतीत हुए और भीड़ की तरफ से उन्हें हां सुनने को मिला.
गहलोत शिक्षकों का जवाब सुनकर कुछ पलों के लिए तो सकपका गए, लेकिन फिर उन्होंने भरोसा दिया कि वो इस मामले पर गौर करेंगे. उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षकों को ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए पैसा देना पड़ता है. डोटसरा ने इसके बाद अपने संबोधन में कहा कि शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर एक नीति बनाकर इन विसंगतियों को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा.
हालांकि इस वीडियो ने विपक्षी दल बीजेपी को कांग्रेस सरकार के खिलाफ नया हथियार दे दिया है. राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. पार्टी राजस्थान में शिक्षक पात्रता परीक्षा में धांधली के आरोपों को लेकर भी सरकार पर निशाना साध रही है.