बिहार (Bihar) के पूर्व उप मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) बुधवार को टीईटी पास शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए तारणहार की भूमिका में नजर आए. उन्होंने सैकड़ों अभ्यर्थियों के सामने ही पटना (Patna) के डीएम को फोन लगाया और कहा कि उन्हें आंदोलन करने की इजाजत दें और आंदोलन स्थल भी तय करें. दरअसल, मंगलवार को इन अभ्यर्थियों पर पटना प्रशासन ने लाठी चार्ज करवाया था और उन्हें गर्दनीबाग धरना स्थल से हटा दिया था.
इसके बाद ये अभ्यर्थी पटना के इको पार्क में धरना-प्रदर्शन दे रहे थे. वहां तेजस्वी यादव अचानक पहुंच गए. उनके वहां पहुंचते ही अभ्यर्थियों में जोश आ गया. उन लोगों ने तेजस्वी यादव जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया. सबसे पहले तेजस्वी यादव ने आंदलनकारियों की बातें सुनीं फिर उन्होंने वहीं से मुख्य सचिव, डीजीपी और पटना डीएम को फोन लगाया. जब पटना डीएम चंद्रशेखर से तेजस्वी बात कर रहे थे तब उन्होंने कहा , 'मैं तेजस्वी यादव बोल रहा हूं डीएम साहेब.' संभवत: डीएम तेजस्वी यादव को फोन पर नहीं पहचान सके थे.
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तेजस्वी यादव के हस्तक्षेप के बाद अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन करने की इजाजत मिल गई. बाद में तेजस्वी यादव ने उनके साथ तीन किलोमीटर लंबे मार्च का भी नेतृत्व किया. तेजस्वी ने इस बारे में ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा है, "वादानुसार आज प्रशासन ने गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों को अनुमति नहीं दी जिसके चलते सभी अभ्यर्थी टिकट लेकर इको पार्क पहुंच गए. शाम को वहाँ पहुँचा और मुख्य सचिव, डीजीपी और डीएम से बात कर अनुमति मिलने के बाद रात्रि में पैदल मार्च कर उन्हें दोबारा धरना स्थल पर पहुँचा कर आया."
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बता दें कि टीईटी पास ये अभ्यर्थी पटना हाई कोर्ट के आदेश के अनुरूप नियुक्ति पत्र देने की मांग कर रहे हैं और उसके समर्थन में पटना में आंदोलन कर रहे हैं. इस मौके पर तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा और कहा कि वो इस मामले को विधान सभा में भी उठाएंगे.