पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway) का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को उद्घाटन करने वाले हैं. इसके पहले आज रविवार को इस एक्सप्रेसवे पर विमानों की लैंडिंग कराई गई. आसमान को चीरते हुए तेज गर्जना के साथ जब भारीभरकम सी-130 सुपर हरक्यूलिस विमान और फिर एक फाइटर प्लेन ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को छुआ तो वहां आसपास इस दृश्य को देखने को जमा लोग आश्चर्यचकित रह गए. वायु सेना (Indian Air Force) के लड़ाकू विमान जगुआर, मिराज-2000 और सुखोई -30 एमकेआई (Sukhoi MK 30) जैसे लड़ाकू विमान 16 नवंबर को सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ये टचडाउन अभ्यास करेंगे.
यह अभ्यास एक्सप्रेसवे पर 3.1 किलोमीटर लंबाई वाली हवाई पट्टी पर हो रहा है. पीएम मोदी 42 हजार करोड़ रुपये की लागत वाले एक्सप्रेसवे का 16 नवंबर को उद्घाटन करने वाले हैं. यह एक्सप्रेसवे पूर्वांचल के कई शहरों को लखनऊ का सफर तय करने का वक्त बेहद कम कर देगा. वायु सेना के परिवहन विमान सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस (यूएस-निर्मित) से एक्सप्रेसवे पर पर उतरकर अपना दमखम दिखाएंगे.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का PM नरेंद्र मोदी 16 नवंबर को करेंगे उद्घाटन, जानें इसकी खासियतें..
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद जगुआर, मिराज-2000 और दो सुखोई एक्सप्रेसवे पर टच एंड गो ड्रिल करेंगे. उद्घाटन समारोह के दौरान तीन सूर्य किरण के साथ एयरोबेटिक्स टीम कलाबाजी दिखाएगी. वायुसेना के 3 जगुआर विमानों ने एक्सप्रेस-वे पर पहले भी उतरने का अभ्यास किया है. 340 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे पश्चिमी और पूर्वी यूपी को जोड़ता है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ को मिर्जापुर से जोड़ेगा और इन शहरों के बीच सफर के समय को चार घंटे कम करेगा.
एक्सप्रेसवे बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ और मऊ को भी कनेक्ट करता है. इसमें सात बड़े पुल, सात रेलवे ओवरब्रिज, 114 छोटे पुल और 271 अंडर पास बनाए गए हैं, ताकि आसपास के रिहायशी आबादी और परिवहन सुविधाओं को इससे जोड़ा जा सके.
यूपी भारत का पहला राज्य है, जिसके पास दो एक्सप्रेस-वे हवाई पट्टियां हैं. एक हवाईपट्टी लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर और दूसरी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर तैयार हो चुकी है. एक्सप्रेसवे हवाईपट्टियों को लड़ाकू जेट विमानों को आपात स्थिति में उतरने और उड़ान भरने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का श्रेय लेने की लगी होड़