वरिष्ठ बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) आध्यात्म के अलावा प्रकृति के प्रति अपने प्रेम के लिए भी जानी जाती हैं. इस समय सक्रिय राजनीति से उन्होंने कुछ दूरी बना रखी हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती इस समय गंगा नदी और वनों के आसपास अपना ज्यादातर समय व्यतीत कर रही हैं. इस दौरान वे लगातार ट्वीट करके अपनी दैनिक गतिविधियों की जानकारी भी दे रही हैं. उमा ने हाल ही में जीप चलाने का अपना शौक पूरा किया. उन्होंने पहाड़ों पर जीप चलाने के अनुभव को यादगार बताया. ट्विटर पर इस बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने लिखा, 'एक जिप्सी खड़ी देखी और उसके ड्राइवर की अनुमति से थोड़ी देर इसे लाया. बहुत सालों के बाद ड्राइविंग की, बहुत अच्छा लगा.'
पर्यावरण दिवस यानी 5 जून को उमा ने एक ट्वीट करते हुए लिखा था, 'हिमालय, गंगा यमुना एवं उनकी सहयोगी नदियां, घने जंगल...यही तो हमारे देश के सबसे बड़े ऑक्सीजन प्लांट हैं. विश्व पर्यावरण दिवस पर हम हिमालय, गंगा एवं उसकी सहयोगी जलधाराओं को सतत बनाये रखने का संकल्प लेते हैं. उमा का गंगा दशहरा (20 जून) तक पतित पावनी गंगा के किनारे ही रहने का कार्यक्रम है. 62 वर्ष की उमा भारती, नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सफाई मंत्री के तौर पर काम कर चुकी हैं. अटल जी की सरकार में भी केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं.
वर्ष 2003 में अपने नेतृत्व में मध्यप्रदेश में बीजेपी को बंपर जीत दिलाने के बाद उमा ने राज्य के सीएम का पद संभाला था लेकिन हु्गली मामले के चलते बाद में उन्होंने करीब इस साल बाद ही पद से इस्तीफो दे दिया था. उमा ने हाल के समय में मध्य प्रदेश की राजनीति में फिर कुछ सक्रियता बढ़ाई है, इसे लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर चल निकला है.