आने वाले समय में युद्ध की बदलती तकनीक को देखते हुए भारतीय सेना (Indian Army) भी खुद को उस आधार पर तैयार कर रही है. इसकी कुछ झलक सेना दिवस पर देखने को मिली. सेना दिवस (Army Day) के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में परेड का आयोजन किया गया. इस दौरान, लड़ाकू (Combat) स्वार्म ड्रोन (Swarm Drone) का पहली बार प्रदर्शन किया गया. आकाश में जब इन ड्रोन्स ने उड़ान भरी तो दूर से दिखने में ये पक्षियों के एक झुड़ जैसे दिखाई पड़े. भारतीय सेना के ये लड़ाकू ड्रोन दुश्मनों को जवाब देने और उनके ठिकानों को सफलतापूर्वक तहस नहस करने में सक्षम हैं.
दिल्ली में आर्मी डे परेड पर स्वार्म ड्रोन ने आकाश में उड़ान भरी. परेड में मौजूद प्रेजेंटर ने कहा कि ये स्वचालित ड्रोन बिना किसी मानव हस्तक्षेप के दिखाए गए दुश्मन के इलाके में करीब 50 किलोमीटर तक अंदर घुसकर टारगेट को तहस नहस कर सकते हैं और सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम है. साथ ही ड्रोन चलाने वाला सुरक्षित भी रहेगा.
स्वार्म ड्रोन को भविष्य के युद्ध के लिए शक्तिशाली हथियार के रूप में देखा जा रहा है. अमेरिका, चीन, रूस और कुछ यूरोपीय देश इस तरह के ड्रोन को विकसित करने की प्रक्रिया में हैं.
सरकार 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के तहत ड्रोन पहल पर काफी जोर दे रही है. इसका उद्देश्य भारत की रक्षा विनिर्माता कंपनियों को सेना की अगली पीढ़ी की जरूरतों के हिसाब से रिसर्च और विकास परियोजनाओं की तरफ फोकस करने के लिए प्रेरित करना है.
परेड में सेना के बख्तरबंद साजो सामान जैसे टैंक और इंफैन्ट्री लड़ाकू वाहनों ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान, एक ट्रक ब्रह्मोस मिसाइल ले जाता हुआ नजर आया. अपनी सुपरसॉनिक स्पीड के कारण ब्रह्मोस दुनिया के सबसे घातक हथियारों में से एक है. इसके साथ ही एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों से लैस वाहन भी नजर आए.