प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चेक गणराज्य के उनके समकक्ष पेट्र फियाला ने बुधवार को यहां द्विपक्षीय बैठक की और दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच संबंधों की समीक्षा की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने ‘वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन' से इतर द्विपक्षीय बैठक की.
बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया कि भारत और चेक गणराज्य संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हुए खुले, स्वतंत्र, समावेशी और नियम-आधारित दृष्टिकोण के आधार पर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में मजबूत संबंध बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री ने बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और नई तथा उभरती प्रौद्योगिकियों, ऑटोमोबाइल, जलवायु परिवर्तन और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि दोनों देशों ने नवोन्मेषी क्षेत्रों में भारत-चेक संबंधों को नवप्रवर्तन पर रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने का निर्णय लिया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘भारत-चेक गणराज्य की मजबूत होती साझेदारी! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर में चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पी. फियाला के साथ सार्थक बैठक की. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और नई और उभरती प्रौद्योगिकियों, ऑटोमोबाइल, जलवायु परिवर्तन और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की.''
संयुक्त बयान में कहा गया कि लंबे समय से जारी संबंधों, आपसी समझ तथा अंतरराष्ट्रीय शांति, स्थिरता और लोकतंत्र के मूल्यों के साझा उद्देश्यों पर आधारित द्विपक्षीय संबंधों पर संतोष व्यक्त किया गया.
इसमें कहा गया कि नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को नए गुणात्मक स्तर पर ले जाने और साझा हितों को आगे बढ़ाने की इच्छा जताई. बयान में बहुपक्षीय सहयोग की प्रतिबद्धताओं को रेखांकित किया गया.
इससे पहले दिन में, चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ ‘वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन' के 10वें संस्करण के उद्घाटन समारोह में भाग लिया.
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