कोरोना महामारी की दूसरी लहर (Coronavirus Second Wave) में देश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. महामारी की दूसरी लहर ने सबसे ज्यादा महाराष्ट्र (Maharashtra Corona Update) को प्रभावित किया है. रोज आ रहे हजारों की संख्या में संक्रमण के मामलों के बीच राज्य में वैक्सीन का संकट गहराने लगा है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से वैक्सीन की आपूर्ति में लापरवाही बरती जा रही है. केंद्र सरकार राज्य को जरूरत के हिसाब से वैक्सीन उपलब्ध नहीं करा पा रही है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन की इस कमी को देखते हुए 18 से 45 साल के लोगों के वैक्सीनेशन को रोकने का फैसला लेना पड़ा है.
क्यों रोकी गई 45 से ऊपर उम्र वालों की वैक्सीन?
उन्होंने कहा कि दो तरह का टीकाकरण हो रहा है. एक केन्द्र का टीकाकरण है, जो 45 से ऊपर वालों के लिए है, दूसरा राज्य का प्रोग्राम है, जो 18 से 45 साल के लोगों के लिए है. टोपे ने कहा, ''हमारे पास 36000 डोज ही बचे हैं. इसलिए हम 3 लाख डोज डाइवर्ट कर रहे हैं. भारत सरकार से वैक्सिन ही नहीं आ रही है इसलिए 18 से 45 साल के लोगों के लिए वैक्सीन रोकनी पड़ी है. हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संपर्क में हैं, लेकिन वैक्सीन नहीं मिल रही है.''
राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध कराना केंद्र का दायित्व
उन्होंने कहा, ''यह केन्द्र सरकार का दायित्व है कि उन्हें हमें दूसरा डोज देना चाहिए. लेकिन प्लानिंग में गड़बड़ी हो रही है. मैं भारत सरकार से हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं कि हमें वैक्सीन दें. हम दुनिया से वैक्सिन खरीदने के लिए तैयार हैं. हम 12 करोड़ वैक्सिन एक चेक से खरीद सकते हैं. केन्द्र, राज्य सरकारों को दुनिया की सभी 6 वैक्सिन खरीदने की अनुमति दे, मगर अभी केवल स्पुतनिक को अनुमति दी है. हमने उनको भी ईमेल किया है.''
गरीब को वैक्सीन कैसे देंगे ?
टोपे ने कहा, ''केन्द्र का कहना है जितनी वैक्सीन बनेगी उसका आधा वो रखेगें, बाकी आधे में राज्य सरकारें और प्राइवेट अस्पताल खरीदेगें. कॉर्पोरेट तो ऊंचे दामों में खरीद लेगें, हम गरीब को वैक्सिन कैसे देगें. केन्द्र कहता है राज्य बाहर से मंगा लें, ऐसे में विदेशी बाजार में एक राज्य दूसरे राज्य के खिलाफ बोली लगाएगा. ये ठीक हालात नहीं हैं.'
कोरोना की तीसरी लहर को लेकर महाराष्ट्र कितना तैयार?
हम तीसरी लहर की तैयारी में जुटे हैं, बेड बढा रहे हैं, टास्क फोर्स बनाया है. छोटे बच्चों के लिए अलग वार्ड बना रहे हैं, वेंटिलेटर की व्यवस्था कर रहे हैं,आक्सीजन प्लांट लगा रहे हैं, 300 प्लांट के आर्डर दिए गए हैं, 40 तो लग भी गए. 25 हजार टन लिक्वीड आक्सीजन, 3 लाख रेमडीसीवीर, आक्सीजन कंसंट्रेटर के लिए ग्लोबल टेंडर दिए जा चुके हैं.
महाराष्ट्र में युवाओं का टीकाकरण रोकना पड़ेगा : स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे