उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के सोमवार को चर्चा की चुनौती स्वीकार नहीं करने के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उनके पास गिनाने के लिए कोई काम ही नहीं है. सिसोदिया ने कौशिक को अरविंद केजरीवाल बनाम त्रिवेंद्र सिंह रावत विकास मॉडल पर सोमवार को देहरादून में खुली चर्चा की चुनौती दी थी. यहां एक सभागार में सिसोदिया बहस के लिए जब बैठे तो उनके पास कौशिक के लिए रखी कुर्सी खाली रही जिसके बाद सिसोदिया ने त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार पर आरोपों की बौछार करते हुए कहा कि कौशिक के न आने से साफ हो गया है कि राज्य सरकार ने अपने चार वर्ष के कार्यकाल में विकास के मुद्दे पर कुछ नहीं किया.
सिसोदिया ने कहा, ‘‘एक खूबसूरत पहल होती अगर मदन कौशिक आ जाते. त्रिवेंद्र सिंह रावत की भाजपा सरकार ने प्रदेश में कोई काम नहीं किया इसलिए वह (काम) गिनाने के लिए आ नहीं पाए. इससे यह साफ हो गया है कि उनकी सरकार ने कोई काम किया ही नहीं.''
उन्होंने कहा, ‘‘उनका न आना दिखाता है कि उनके द्वारा किए गए विकास के दावे केवल सरकारी फाइलों तक ही सीमित हैं और जमीन पर कुछ नहीं है.'' उन्होंने आरोप लगाया कि उनके करीब चार साल के कार्यकाल में केवल भ्रष्टाचार ही हुआ है. आप नेता ने इस संबंध में लोहाघाट से विधायक पूरनसिंह फर्त्याल का जिक्र किया जिन्होंने अपनी ही सरकार पर एक ठेकेदार के लिए अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य रोके जाने का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रावत के एक विशेष कार्याधिकारी पर भी धन शोधन के आरोप लगे हैं. सिसोदिया ने एक बार फिर से चुनौती देते हुए कहा कि इस बार वह छह जनवरी को दिल्ली में कौशिक का खुली चर्चा के लिए इंतजार करेंगे. उनके हमले के बाद सत्ताधारी भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि आम आदमी पार्टी का उत्तराखंड में न कोई वजूद है और न ही उनके नेता इस लायक हैं कि उनकी किसी बात का जवाब दिया जा सके.
चौहान ने कहा, ‘‘यदि आम आदमी पार्टी के नेता यहां आकर पहाड़ की चोटियों को देख भी लें तो आप की टोपी जमीन पर ही गिर जाएगी. इसलिए आप के नेता उत्तराखंड में भाजपा को चुनौती देने का ख्वाब न देखें तो ही अच्छा है.'' उन्होंने कहा कि आप नेता केवल सैर सपाटे के लिए उत्तराखंड आए हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार के मंत्रियों और भाजपा नेताओं के पास ऐसे सैर-सपाटा कर अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने वाले नेताओं के लिए समय नहीं है और न ही वे उनकी किसी बात को गंभीरता से लेते हैं.
वर्ष 2022 में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर प्रदेश में आप की गतिविधियां बढ गयी हैं और सिसोदिया पिछले एक पखवाड़े में दो बार यहां आ चुके हैं. अपने पिछले दौरे में सिसोदिया ने कहा था कि आप प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
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