उत्तराखंड के चमोली जिले में जोशीमठ के तपोवन इलाके में ग्लेशियर टूटने के बाद आई आपदा में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है और 170 लोग लापता बताये जा रहे हैं. रविवार सुबह ग्लेशियर टूटने के बाद अलकनंदा और धौलीगंगा नदियों में विकराल बाढ़ आ गई. बाढ़ की वजह से हजारों लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा, कई घर और ऋषिगंगा एवं एनटीपीसी की बिजली परियोजनाओं को खासा नुकसान पहुंचा.
सोमवार सुबह उत्तराखंड के राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) ने बचाव प्रयासों के तहत चमोली जिले के तपोवन बांध के पास स्थित सुरंग से मलबा और कीचड़ को हटा दिया. एमडीआरएफ टीम नदी का जल स्तर नीचे होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि सुरंग में फंसे हुए लोगों को निकालने का अभियान शुरू किया जा सके.
उत्तराखंड के चमोली में चल रहे बचाव कार्य की ताजा तस्वीरें:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आपदा में मारे गए लोगों के परिवार को चार लाख रुपये की वित्तीय मदद देने का ऐलान किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे में मृत लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.